लोकसभा के शीतकालीन सत्र में सोमवार को वंदे मातरम पर हुई बहस ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सांसद संबित पात्रा के साथ-साथ तेलुगू देशम पार्टी (TDP) की सांसद डॉ. बायरेड्डी शबरी ने कांग्रेस पर राष्ट्रीय गीत का अपमान करने का आरोप लगाया। दूसरी ओर, कांग्रेस ने इसे भाजपा की राजनीतिक रणनीति करार दिया।
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री मोदी ने बहस के दौरान कहा कि कांग्रेस ने वंदे मातरम के साथ विश्वासघात किया और मुस्लिम लीग के दबाव में इसे कमजोर किया। उन्होंने यह भी कहा कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सदन में उपस्थित नहीं थे, जो इस गंभीर बहस में उनकी गैरहाजिरी दर्शाती है। पीएम ने पंडित जवाहरलाल नेहरू के पत्र का हवाला देते हुए बताया कि नेहरू ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को लिखा था कि वंदे मातरम मुसलमानों को भड़का सकता है, और इस सोच ने राष्ट्रीय गीत को कमजोर किया।
TDP सांसद ने उठाया नया मुद्दा
TDP सांसद डॉ. बायरेड्डी शबरी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं में देशभक्ति की नई भावना जगाई है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोग मां भारती के आगे झुकने तक को तैयार नहीं हैं और उनकी गैरहाजिरी इस बहस में भाग लेने से रोकती है।
अनुराग ठाकुर का काव्यात्मक तंज
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि वंदे मातरम कोई धार्मिक गीत नहीं, बल्कि राष्ट्र की आत्मा और भारत के गौरव का प्रतीक है। उन्होंने कांग्रेस को कटाक्ष करते हुए कहा कि राष्ट्रीय गीत से भयभीत होकर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सदन में नहीं आए। ठाकुर ने कहा कि देश की आने वाली पीढ़ियों के लिए आज की चर्चा ऐतिहासिक दस्तावेज का काम करेगी।
कांग्रेस ने भाजपा आरोपों का किया खंडन
वहीं कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने BJP के आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि 150 साल पूरे होने पर वंदे मातरम पर बहस उठाना राजनीतिक चाल है और इसका उद्देश्य कांग्रेस को बदनाम करना है। शुक्ला ने रवींद्रनाथ टैगोर का अपमान करने के आरोपों को भी खारिज किया।