भाजपा ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि वह राज्य में एक और विरोध मार्च निकालकर “अराजकता फैलाने की चेतावनी” दे रही हैं। पार्टी का कहना है कि विशेष गहन संशोधन (SIR) प्रक्रिया को बाधित करने की उनकी कोशिशें किसी भी स्थिति में सफल नहीं होंगी।
भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री SIR से जुड़े बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) की मौतों को लेकर भ्रामक तथ्य पेश कर रही हैं। पार्टी ने सवाल उठाया कि राज्य सरकार ने ड्यूटी के दौरान मारे गए चुनाव अधिकारियों की पुलिस रिपोर्ट और पोस्टमॉर्टम विवरण अब तक सार्वजनिक क्यों नहीं किए, जिससे उनके परिजनों को उचित मुआवजा नहीं मिल सका।
भाजपा नेताओं का तीखा हमला
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने एक्स पर साझा किए बयान में कहा कि ममता बनर्जी हताशा में अराजकता फैलाने की धमकी दे रही हैं, क्योंकि SIR प्रक्रिया के दौरान “अवैध घुसपैठियों” की पहचान की जा रही है और उन्हें सूची से हटाया जा रहा है।
वहीं, पार्टी के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने मुख्यमंत्री पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें “देखरेख करने वाली मुख्यमंत्री” बताया। उन्होंने कहा कि ममता पहले BLO को धमका रही थीं, और अब मुख्य चुनाव अधिकारी (CEO) पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही हैं। मालवीय के अनुसार, कार्यकाल के अंतिम महीनों में पहुंच चुकीं ममता बनर्जी “राज्य में किसी भी तरह बाधा खड़ी करने को तैयार हैं”, लेकिन SIR प्रक्रिया रुकने वाली नहीं है।
ममता बनर्जी का पलटवार
उधर, ममता बनर्जी ने बोंगांव में आयोजित रैली में चुनाव आयोग और भाजपा दोनों पर तीखा हमला किया। उन्होंने दावा किया कि भाजपा पैसे और केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है, फिर भी उन्हें राजनीतिक तौर पर परास्त नहीं कर सकती।
मुख्यमंत्री ने कहा, “अगर मुझे निशाना बनाने की कोशिश होगी, तो मैं पूरे देश में आपकी जमीन हिला दूंगी। घायल बाघ ज्यादा खतरनाक होता है।” उन्होंने आरोप लगाया कि SIR प्रक्रिया का इस्तेमाल बंगाल में राजनीतिक लाभ के लिए किया जा रहा है।