कोलकाता स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM) कलकत्ता में एक छात्रा के साथ कथित यौन उत्पीड़न के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। इस पूरे घटनाक्रम पर छात्रा के पिता ने सामने आकर बयान दिया है कि उनकी बेटी के साथ कोई दुष्कर्म नहीं हुआ है और यह पूरी घटना एक दुर्घटना थी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी बेटी आरोपी छात्र को जानती तक नहीं है।

पिता ने बताया दुर्घटना, पुलिस पर उठाए सवाल
मीडिया से बातचीत में छात्रा के पिता ने बताया कि उन्हें शुक्रवार रात करीब 9:40 बजे बेटी का फोन आया, जिसमें उसने बताया कि वह एक वाहन से गिर गई थी और इस कारण उसे चोट लगी और वह कुछ समय के लिए बेहोश हो गई। बाद में उन्हें सूचना मिली कि उसे एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने पुलिस के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ, जैसा बताया जा रहा है।

पुलिस ने दर्ज की थी गंभीर धाराएं
हालांकि पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी (FIR) में आरोप है कि छात्रा को मानसिक स्वास्थ्य परामर्श के नाम पर छात्रावास में बुलाया गया था। वहां उसे कथित तौर पर नशीला पेय पिलाया गया और वह बेहोश हो गई। होश में आने के बाद उसे यौन शोषण होने का आभास हुआ, जिसके आधार पर आरोपी छात्र को गिरफ्तार किया गया।

कोर्ट ने आरोपी को पुलिस हिरासत में भेजा
अलीपुर अदालत में आरोपी छात्र को पेश किया गया, जहां अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 19 जुलाई तक पुलिस रिमांड की मंजूरी दी। आरोपी के वकील ने अदालत में कहा कि IIM कलकत्ता एक संरक्षित और सीमित प्रवेश वाला परिसर है, जिससे आरोपों की सत्यता पर सवाल खड़े होते हैं।

छात्रा और आरोपी के संबंधों को लेकर उलझन
जहां एक ओर पुलिस यौन उत्पीड़न के एंगल से मामले की जांच कर रही है, वहीं छात्रा के पिता का दावा है कि उनकी बेटी आरोपी को जानती तक नहीं थी और किसी भी प्रकार का मानसिक या शारीरिक उत्पीड़न नहीं हुआ। इस बयान ने मामले की दिशा को पूरी तरह से मोड़ दिया है।

मामले की गहन जांच में जुटी पुलिस
कोलकाता पुलिस ने घटना की जांच के लिए 9 सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) गठित किया है, जिसका नेतृत्व दक्षिण डिवीजन के सहायक पुलिस आयुक्त कर रहे हैं। जांच के तहत मेडिकल रिपोर्ट, सीसीटीवी फुटेज और हॉस्टल में मौजूद अन्य छात्रों के बयान एकत्र किए जा रहे हैं।

अब किस दिशा में बढ़ेगी जांच?
पिता के बयान के बाद पुलिस को अब जांच के हर पहलू को बारीकी से परखना होगा। मामला फिलहाल पूरी तरह खुला है और अंतिम निष्कर्ष तक पहुंचने में समय लग सकता है। पुलिस का कहना है कि वह निष्पक्ष और वैज्ञानिक तरीके से तथ्यों की पड़ताल कर रही है।