गुजरात के विरमगाम से भाजपा विधायक हार्दिक पटेल ने अपनी ही सरकार के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने अपने क्षेत्र की लंबित परियोजनाओं और जनसमस्याओं का उल्लेख करते हुए समाधान की मांग की है। हार्दिक ने चेतावनी दी है कि यदि समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो वे धरने पर बैठने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
दिलचस्प बात यह है कि हार्दिक पूर्व में अपने सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से अपने क्षेत्र में करोड़ों रुपये के विकास कार्यों की जानकारी साझा कर चुके हैं। अब वही कार्य समय पर शुरू न होने पर उनकी नाराजगी सामने आई है।
मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, उठाए गंभीर मुद्दे
विधायक हार्दिक पटेल ने पत्र में आरोप लगाया कि सात महीने पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा जिन अंडर ड्रेनेज और अंडर वाटर ड्रेनेज परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया था, वे अभी तक प्रारंभिक स्थिति में भी नहीं पहुंची हैं। उन्होंने बताया कि विरमगाम क्षेत्र में नालियों के ओवरफ्लो होने से गंदा पानी लोगों के घरों में घुस रहा है, जिससे नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 11 केवी की अंडरग्राउंड बिजली परियोजना का कार्य भी ठप पड़ा है। हार्दिक का कहना है कि यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ, तो वह जनता के साथ सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
अतिक्रमण हटने के बाद भी कार्य शुरू नहीं
विधायक ने यह भी बताया कि जिन स्थानों से अतिक्रमण हटाया गया था, वहां भी ठेकेदारों ने अब तक कोई कार्य प्रारंभ नहीं किया है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि विकास कार्यों को जल्द शुरू कराया जाए और जनता को राहत दी जाए।
गौरतलब है कि हार्दिक पटेल पहले पाटीदार आंदोलन के नेतृत्व से सुर्खियों में आए थे। इसके बाद उन्होंने 2020 में कांग्रेस की सदस्यता ली थी, लेकिन 2022 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर विरमगाम सीट से विधायक बने।