गोवा सरकार में संस्कृति और कला मंत्री गोविंद गौड़े को बुधवार को मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की कैबिनेट से हटा दिया गया। राज्य भाजपा अध्यक्ष दामोदर नाइक ने बताया कि यह निर्णय आदिवासी कल्याण विभाग में भ्रष्टाचार को लेकर लगाए गए आरोपों के लगभग एक महीने बाद लिया गया है। यह मुख्यमंत्री सावंत के कार्यकाल में दूसरी बार है जब किसी कैबिनेट मंत्री को पद से हटाया गया है।
भाजपा प्रमुख नाइक ने पीटीआई से बातचीत में कहा कि गौड़े की बर्खास्तगी का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया और इसका कारण जल्द सार्वजनिक किया जाएगा। बता दें कि आदिवासी कल्याण विभाग मुख्यमंत्री सावंत के पास ही है और इसी विभाग में कथित भ्रष्टाचार का मुद्दा खुद गौड़े ने 26 मई को एक सार्वजनिक कार्यक्रम में उठाया था। 53 वर्षीय गौड़े गोवा के प्रियोल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक हैं।
पहले भी एक मंत्री को हटाया जा चुका है
मुख्यमंत्री सावंत ने 2022 में दूसरी बार पदभार संभालने के बाद नवंबर 2023 में पीडब्ल्यूडी मंत्री नीलेश कैबराल को भी उनके पद से हटा दिया था। गौड़े ने इस निर्णय को लेकर कहा कि उन्हें इसकी कोई औपचारिक जानकारी नहीं दी गई है।
भाजपा में शामिल होकर बने थे मंत्री
गौड़े ने 2017 में बतौर निर्दलीय विधायक पहली बार विधानसभा में प्रवेश किया था और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री बने थे। पर्रिकर के निधन के बाद वे प्रमोद सावंत की सरकार में भी मंत्री बनाए गए। जनवरी 2022 में गौड़े ने मंत्रिपद से इस्तीफा देकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की और प्रियोल सीट से चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई। इसके बाद वे एक बार फिर मंत्री नियुक्त किए गए थे।
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