विपक्षी दलों के गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (INDIA) की अगली बैठक 7 अगस्त को कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के दिल्ली स्थित आवास पर प्रस्तावित है। सूत्रों के मुताबिक यह बैठक रात्रिभोज के दौरान होगी, जिसमें रणनीतिक और राजनीतिक विषयों पर गंभीर मंथन होने की संभावना है।
किन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा?
बैठक में 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस की ओर से उठाए गए चुनावी धांधली के आरोपों को प्राथमिकता से उठाया जा सकता है। राहुल गांधी का कहना है कि लगभग 70 से 80 सीटों पर मतदान प्रक्रिया में गड़बड़ी हुई है, और यदि केवल 15 सीटों पर निष्पक्षता होती, तो मौजूदा प्रधानमंत्री दोबारा सत्ता में नहीं आ पाते।
इसके अलावा बैठक में बिहार में चल रही विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया, महाराष्ट्र में कथित फर्जी मतदाता नाम जोड़ने के आरोप, ‘ऑपरेशन सिंदूर’, भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की स्थिति और अमेरिका की ओर से संभावित शुल्क (टैरिफ) की चेतावनी जैसे अहम राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी विचार किया जा सकता है।
कौन होंगे बैठक में शामिल?
इससे पहले 19 जुलाई को हुई वर्चुअल बैठक में 24 से अधिक दलों के नेता शामिल हुए थे, जिनमें शरद पवार (NCP-SP), तेजस्वी यादव (RJD), उमर अब्दुल्ला (JKNC), हेमंत सोरेन (झारखंड मुक्ति मोर्चा) और उद्धव ठाकरे (शिवसेना UBT) प्रमुख थे। इस बार नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला ने भी बैठक में भागीदारी की पुष्टि की है। वे बिहार की SIR प्रक्रिया को लेकर अपनी चिंता बैठक में साझा करेंगे।
विपक्ष की आलोचना और आरोप
शिवसेना (यूबीटी) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्र पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि चाहे पहलगाम आतंकी हमला हो या ‘ऑपरेशन सिंदूर’, सरकार जवाबदेही से बच रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक ओर प्रधानमंत्री ऑपरेशन सिंदूर को जारी बता रहे हैं, वहीं सरकारी प्रतिनिधि मैदान पर क्रिकेट खेलते नजर आते हैं, जो शहीदों के सम्मान के साथ अन्याय है।
उन्होंने महाराष्ट्र में 45 लाख नए मतदाताओं के नाम जोड़े जाने और 70 लाख वोट अंतिम समय में जुड़ने पर भी सवाल खड़े किए। साथ ही, बिहार में 60 से अधिक मतदाताओं के नाम हटाए जाने को प्रवासी मजदूरों के मतदान अधिकार से वंचित होने के रूप में देखा।
राहुल गांधी की चुनाव आयोग पर सीधी टिप्पणी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि भारत का चुनावी ढांचा समाप्तप्राय हो गया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस ने पिछले छह महीनों में गहन जांच कर 1.5 लाख फर्जी मतदाताओं की पहचान की है। उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग इस पर कार्रवाई नहीं कर रहा और 12 जून को आयोग द्वारा बातचीत के निमंत्रण का उन्होंने अब तक कोई उत्तर नहीं दिया।
डी राजा का बयान
सीपीआई महासचिव डी राजा ने जानकारी दी कि राहुल गांधी स्वयं विपक्षी नेताओं से संपर्क कर रहे हैं, हालांकि बैठक का अंतिम एजेंडा अभी तय नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि यह बैठक विपक्षी एकता और चुनावी रणनीति के लिहाज से अहम मानी जा रही है।