बेंगलुरु। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कर्नाटक के कांग्रेस विधायक सतीश कृष्ण सेल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए शनिवार को विशेष पीएमएलए अदालत में अभियोजन शिकायत दाखिल की है। कारवार सीट से विधायक सतीश कृष्ण मल्लिकार्जुन शिपिंग प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक भी हैं, जिसे इस मामले में सह-आरोपी बनाया गया है।

एजेंसी के अनुसार, शिकायत अवैध रूप से किए गए लौह अयस्क के निर्यात से जुड़ी है, जिससे सरकारी खजाने को लगभग 44.09 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। जांच एजेंसी ने कंपनी पर आरोप लगाया है कि उसने खनन परिवहन नियमों को दरकिनार कर लंबे समय तक अनियमित व्यापार किया।

इससे पहले, इसी महीने ईडी ने विधायक सतीश कृष्ण से जुड़ी 21 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियों को अटैच किया था। ये संपत्तियां कथित तौर पर गोवा स्थित मल्लिकार्जुन शिपिंग प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से अर्जित की गई थीं।

सतीश कृष्ण को ईडी ने सितंबर में गिरफ्तार किया था। उन्हें प्रारंभ में चिकित्सा आधार पर अंतरिम राहत मिली थी, जिसे बाद में विशेष पीएमएलए अदालत ने रद्द कर दिया।
ईडी की यह जांच वर्ष 2010 में कर्नाटक लोकायुक्त द्वारा दर्ज किए गए उस मामले से उपजी, जिसमें बेल्लारी से बेलेकेरी पोर्ट तक करीब आठ लाख टन अवैध लौह अयस्क की आपूर्ति का खुलासा हुआ था।


ओएसबीपीएल के एमडी स्वराज सिंह यादव भी गिरफ्तार

एक अन्य मामले में ईडी ने ओशन सेवन बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड (ओएसबीपीएल) के प्रबंध निदेशक स्वराज सिंह यादव को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में हिरासत में लिया है। एजेंसी का कहना है कि यादव ने कंपनी के विभिन्न आवासीय प्रोजेक्ट्स में खरीदारों से जमा करोड़ों रुपये का दुरुपयोग किया।

स्वराज यादव को 13 नवंबर को दिल्ली-एनसीआर सहित कई ठिकानों पर की गई तलाशी कार्रवाई के बाद पीएमएलए के तहत गिरफ्तार किया गया। ईडी का आरोप है कि कंपनी ने फंड डायवर्जन और गैरकानूनी निवेश के माध्यम से बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताएं कीं।