प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार शाम दिल्ली एयरपोर्ट पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का विशेष रूप से स्वागत किया। पुतिन दो दिवसीय भारत यात्रा पर पहुंचे हैं, जहां रक्षा, ऊर्जा और सामरिक सहयोग से जुड़े अहम मुद्दों पर बातचीत की उम्मीद है। एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री का स्वयं उपस्थित होना भारत-रूस संबंधों को दी जा रही प्राथमिकता का स्पष्ट संकेत माना जा रहा है, खासकर ऐसे समय में जब रूसी तेल आयात को लेकर अमेरिका ने भारत पर अतिरिक्त टैरिफ लगा दिए हैं।

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किसी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष का एयरपोर्ट पर जाकर स्वागत करना हमेशा एक महत्वपूर्ण राजनीतिक संदेश माना जाता है। पिछले 11 वर्षों में उन्होंने केवल छह विशिष्ट नेताओं के लिए यह प्रोटोकॉल अपनाया है, जिससे भारत की रणनीतिक प्राथमिकताओं का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।

वे नेता, जिनका प्रधानमंत्री ने स्वयं स्वागत किया:

बराक ओबामा (2015)
2015 में गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि के रूप में भारत आए तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का स्वागत प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं एयरपोर्ट पहुंचकर किया था। इस दौरे में अटके पड़े परमाणु समझौते को आगे बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हुई थी।

शेख हसीना (2017)
सात वर्ष बाद भारत आईं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना का स्वागत भी पीएम मोदी ने एयरपोर्ट पर किया। उनकी यात्रा उस समय हो रही थी जब तीस्ता जल समझौते को लेकर दोनों देशों के बीच खींचतान बनी हुई थी।

शिंजो आबे (2017)
इसी वर्ष जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे के भारत आगमन पर प्रधानमंत्री मोदी अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच मजबूत व्यक्तिगत संबंधों का यही वह दौर था जब मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना की नींव रखी गई।

डोनाल्ड ट्रंप (2020)
2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत आगमन पर भी प्रधानमंत्री मोदी ने अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। दोनों नेताओं ने मोटेरा स्टेडियम में ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम को संबोधित किया, जिसमें लगभग एक लाख लोग शामिल हुए।

मोहम्मद बिन जायेद अल नाहयान (2024)
जनवरी 2024 में यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायेद अल नाहयान वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में भाग लेने पहुंचे। एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री ने स्वयं उपस्थिति दर्ज कराकर इस साझेदारी के महत्व को रेखांकित किया।

शेख तमीम बिन हमद अल थानी (2025)
फरवरी 2025 में कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के स्वागत के लिए भी प्रधानमंत्री दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। यह भारत-कतर के बीच बढ़ते आर्थिक और ऊर्जा सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत माना गया।