असम के लोकप्रिय गायक जुबिन गर्ग की सिंगापुर में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने नया मोड़ ले लिया है। इस मुद्दे पर मंगलवार को विधानसभा में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि शुरुआती जांच से यह स्पष्ट हो गया है कि घटना किसी दुर्घटना या लापरवाही का परिणाम नहीं, बल्कि एक सुनियोजित हत्या है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि घटना के तीन दिनों के भीतर ही भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103 को मामले में शामिल किया गया, जो हत्या से संबंधित प्रावधानों को मजबूत करती है। सरमा के मुताबिक, असम पुलिस की प्रारंभिक जांच में ऐसे कई संकेत मिले, जिनसे साफ होता है कि जुबिन की मौत प्राकृतिक नहीं थी।
विशेष जांच दल (SIT) इस मामले की गहन जांच कर रहा है। अब तक SIT ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है, 252 गवाहों के बयान दर्ज किए हैं और जांच से जुड़ी 29 अहम वस्तुएं जब्त की हैं। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि जांच के दौरान यह सामने आया है कि “एक आरोपी ने सीधा हमला किया, जबकि अन्य ने उसे सहयोग दिया। चार से पांच व्यक्तियों पर हत्या का मामला दर्ज किया जा रहा है।”
असम की संगीत दुनिया का प्रमुख चेहरा रहे जुबिन गर्ग की मौत से राज्य में शोक और रोष दोनों की भावना है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि मामले की जांच पूरी पारदर्शिता और कठोरता के साथ जारी रहेगी।