कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत-पाकिस्तान मुद्दे और सीजफायर पर अमेरिकी हस्तक्षेप के खिलाफ सरकार का विरोध करने की तैयारी में हैं। इसके लिए उन्होंने दिल्ली पुलिस से विजय चौक पर प्रदर्शन की अनुमति मांगी है। हालांकि, फिलहाल पुलिस की तरफ से इजाजत नहीं मिली है।

राहुल का मोदी सरकार पर निशाना

कांग्रेस ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। पार्टी का कहना है कि पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, जिसमें ट्रंप ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव खत्म कराने के लिए मध्यस्थता की पेशकश की थी।

क्या भारत ने अमेरिकी मध्यस्थता स्वीकार की?

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्रंप के ताजा बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे पर एक भी शब्द नहीं कहा। उन्होंने पूछा कि क्या भारत ने अमेरिका की मध्यस्थता स्वीकार कर ली है? क्या भारत-पाकिस्तान के बीच किसी तटस्थ स्थान पर बातचीत की सहमति बनी है? साथ ही, क्या भारत अब ऑटोमोबाइल, कृषि और अन्य क्षेत्रों में अमेरिकी बाजार खोलने की मांग को मानने के लिए तैयार है?

ट्रंप का विवादित बयान

प्रधानमंत्री मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन से कुछ समय पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने दावा किया था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान को युद्धविराम के लिए सहमत कराने के लिए व्यापार बंद करने की धमकी दी थी। ट्रंप ने कहा था, "हम आपके साथ व्यापार करेंगे, लेकिन इसके लिए आपको इसे रोकना होगा। अगर आप ऐसा नहीं करते, तो हम व्यापार नहीं करेंगे।"

भारत ने खारिज किया अमेरिकी दावा

भारत ने अमेरिका की इस दलील को खारिज कर दिया कि सैन्य अभियानों के साथ व्यापार को जोड़कर कोई बात हुई है। ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने के बाद, अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने 9 मई को पीएम मोदी से चर्चा की। इसके अलावा, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने 8 और 10 मई को विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और 10 मई को एनएसए अजीत डोभाल से बातचीत की। इन बैठकों में व्यापार का कोई जिक्र नहीं था।