केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के एक सोशल मीडिया पोस्ट के बाद राजनीतिक हलकों में विवाद गहरा गया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने उन पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वे एक नकली वीडियो को सच मान बैठे हैं। खेड़ा ने आरोप लगाया कि एक केंद्रीय मंत्री अगर असली और फर्जी वीडियो में फर्क नहीं कर सकता, तो यह गंभीर चिंता का विषय है।

दरअसल, रिजिजू ने एक पाकिस्तानी नेता के उस कथित बयान का हवाला देते हुए सवाल उठाया था जिसमें कहा गया था कि "हमारे लोग भारत की संसद में बैठे हैं"। इस पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह वीडियो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से छेड़छाड़ कर तैयार किया गया है और बीजेपी आईटी सेल से जुड़ा है।

https://twitter.com/Pawankhera/status/1951865609530101853

"आईटी सेल की नौकरी के लिए दे रहे ऑडिशन" - खेड़ा

कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने सोशल मीडिया मंच X पर पोस्ट करते हुए आरोप लगाया कि किरेन रिजिजू एक बेहद सामान्य समझ के फर्जी वीडियो को बार-बार शेयर कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "ऐसा लगता है कि रिजिजू अब आईटी सेल में नौकरी के लिए कोशिश कर रहे हैं।"

खेड़ा ने यह भी दावा किया कि रिजिजू को पहले ही इस वीडियो की सच्चाई बता दी गई थी, जिसके बाद उन्होंने उसे डिलीट कर दिया, लेकिन फिर दोबारा वही वीडियो साझा कर दिया। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, "ऐसा व्यक्ति सिर्फ आईटी सेल में ही ठीक बैठता है, अब शायद मोदी मंत्रिमंडल में भी।"

संसद में बयानबाजी के बीच विवाद गहराया

रिजिजू का बयान ऐसे समय आया है जब संसद का मानसून सत्र चल रहा है और सरकार तथा विपक्ष के बीच 'ऑपरेशन सिंदूर' और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों को लेकर तीखी बहस हो रही है। हालांकि रिजिजू ने जिस पाकिस्तानी नेता का ज़िक्र किया, उसका नाम साफ़ नहीं किया गया, लेकिन संसद में 'हमारे लोग' जैसे शब्दों ने राजनीति में हलचल जरूर पैदा कर दी है।