पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने सोमवार को उत्तर 24 परगना जिले के हाकिमपुर सीमा क्षेत्र का दौरा किया। यह दौरा ऐसे समय पर हुआ है जब सीमा क्षेत्रों में मतदाता सूची में बड़े बदलाव और कथित रिवर्स माइग्रेशन को लेकर राजनीतिक बहस तेज है।
राज्यपाल ने दौरे के दौरान स्थानीय प्रशासन, बीएसएफ, खुफिया एजेंसियों और सीमा सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने सीमा की स्थिति, लोगों की आवाजाही और सुरक्षा चुनौतियों पर विस्तृत जानकारी जुटाई। राज्यपाल ने कहा कि एसआईआर (विशेष मतदाता पुनरीक्षण) के बाद सामने आई रिपोर्टों की जमीनी सच्चाई को समझना जरूरी है।
एसआईआर के बाद कई सीमावर्ती जिलों में मतदाता सूची में नाम हटाए जाने और नए नाम शामिल होने को लेकर राजनीतिक विवाद बढ़ गया है। कुछ दलों और स्थानीय संगठनों का दावा है कि बांग्लादेशी अवैध प्रवासी दस्तावेजी सत्यापन से बचने के लिए सीमा पार लौट रहे हैं। वहीं अधिकारियों ने इस दावे को जल्दबाजी करार दिया और बताया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में बदलाव सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया का परिणाम है।
राज्यपाल ने कहा कि वह तथ्यों को पूरी तरह जांचने के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचेंगे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि किसी भी निर्णय से पहले वास्तविक स्थिति का आकलन होना जरूरी है।
सूत्रों के अनुसार राज्यपाल मंगलवार को नदिया जिले और बुधवार को मुर्शिदाबाद जिले के संवेदनशील चौकियों का निरीक्षण करेंगे। उनका कहना है कि यह दौरा सिर्फ सीमा निरीक्षण नहीं है, बल्कि एजेंसियों के बीच समन्वय और संवाद मजबूत करने का प्रयास भी है।
राज्यपाल का दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब सीमा क्षेत्रों में मतदाताओं की असमान वृद्धि और राजनीतिक आरोपों ने माहौल को संवेदनशील बना दिया है। प्रशासन ने इस दौरान सभी बदलाव कानूनी प्रक्रिया के तहत किए जाने का दावा किया है।