राजा रघुवंशी हत्याकांड की मुख्य अभियुक्त सोनम को मेघालय पुलिस ने गाजीपुर से गिरफ़्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर शिलांग लाया है। मंगलवार देर रात करीब डेढ़ बजे उसे शिलांग सदर थाने लाया गया, जहां मेडिकल जांच के बाद उसे हिरासत में रखा गया। पुलिस के पास सोनम को तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर रखने की अनुमति है।
बुधवार को सोनम को अन्य आरोपियों—राज कुशवाहा, विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी के साथ स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा। इसके बाद पुलिस उसे घटनास्थल पर ले जाकर हत्या की वारदात का सीन रीक्रिएट कर सकती है।
गिरफ्तारी से शिलांग तक का सफर
सोनम को पहले गाजीपुर से पटना के फुलवारी शरीफ थाने लाया गया, फिर कोलकाता होते हुए गुवाहाटी पहुंचाया गया। गुवाहाटी एयरपोर्ट से उसे भारी सुरक्षा व्यवस्था में शिलांग लाया गया, जहां से शिलांग की दूरी लगभग 100 किलोमीटर है। एयरपोर्ट से निकलते ही उसे पुलिस वाहन में बैठाकर रवाना कर दिया गया।
शिलांग में रची गई हत्या की साजिश
पुलिस जांच में सामने आया कि सोनम और उसके साथी राज ने शिलांग को अपराध का ठिकाना बनाया। सोनम ने राजा को हनीमून के बहाने शिलांग चलने के लिए राजी किया और वहां पहले से भाड़े पर लिए तीन हत्यारों को तैनात कर दिया। आरोपी आकाश, विशाल और आनंद ने इंदौर से सोनम और राजा का पीछा किया और शिलांग में उनके साथ पर्यटक बनकर घूमते रहे।
एक स्थानीय गाइड ने दंपती के साथ तीन अजनबियों को देखा था, जो मामले का अहम सुराग बना। हत्या से ठीक पहले इन तीनों ने राजा को शिलांग के सोहरा स्थित एक पार्किंग यार्ड में घेर लिया और धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी। शव को खाई में फेंक कर आरोपी फरार हो गए।
पुलिस के लिए बने अहम सुराग
23 मई को सोनम की आखिरी बार अपनी सास से बातचीत हुई थी। इसके बाद दोनों के मोबाइल बंद हो गए, जिससे संदेह और गहराया। बाद में राजा का शव खाई में मिला और पास में ही हत्या में प्रयुक्त हथियार भी पाया गया। यदि सोनम भी निशाना होती तो हथियार का उपयोग उस पर भी होता, जिससे पुलिस को संदेह हुआ कि वह इस वारदात में शामिल हो सकती है।
इसके अलावा, सोनम ने एकतरफा फ्लाइट टिकट बुक कराए थे, वापसी का कोई इंतजाम नहीं था। यही नहीं, वह अपने साथ लगभग नौ लाख रुपये नकद और विवाह में मिले कीमती गहने भी लेकर गई थी। इन पैसों से ही वह लंबे समय तक फरार रहने में कामयाब रही। उसके नेपाल भागने की योजना भी सामने आई है।
गिरफ्त में आए सभी आरोपी
मेघालय पुलिस ने प्रेस वार्ता में बताया कि इस मामले में अब तक पांच आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया है। इनमें आकाश राजपूत (उम्र 19, ललितपुर), विशाल सिंह चौहान (उम्र 22, इंदौर), राज सिंह कुशवाहा (उम्र 21, इंदौर) और एक अन्य आरोपी, जिसे सागर जिले से पकड़ा गया है, शामिल हैं। सोनम ने 9 जून को गाजीपुर में आत्मसमर्पण किया।
शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि हत्या की योजना सोनम और राज कुशवाहा ने मिलकर बनाई थी। राज घटनास्थल पर मौजूद नहीं था, लेकिन तीनों हत्यारों से लगातार संपर्क में था। हत्या के बाद सभी आरोपी अलग-अलग दिशाओं में फरार हो गए थे।
हत्या का मकसद अभी अस्पष्ट
पुलिस का कहना है कि हत्या के पीछे की असल वजह अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है, लेकिन उपलब्ध सबूत और घटनाक्रम से यह संकेत जरूर मिलते हैं कि सोनम और राज की भूमिका इस पूरी साजिश में केंद्र में रही है। विशेष जांच टीम (SIT) इस मामले की गहराई से पड़ताल कर रही है।