कर्नाटक में सत्ता संतुलन को लेकर कांग्रेस के भीतर जारी खींचतान थमने का नाम नहीं ले रही है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की कुर्सी को लेकर लगातार उठ रहे सवालों ने राजनीतिक हलकों में हलचल बढ़ा दी है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संकेत दिया है कि पार्टी जल्द ही इस विवाद का समाधान निकाल लेगी।

सूत्रों के अनुसार, खरगे ने मंगलवार दोपहर कहा कि वे सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ मिलकर इस मसले को हल कर लेंगे। उनका कहना है कि संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले—यानी 1 दिसंबर तक—स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी।

48 घंटे में अहम बैठक, सिद्धारमैया-शिवकुमार को दिल्ली बुलाए जाने की तैयारी

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि आगामी 48 घंटों में खरगे और राहुल गांधी के बीच महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। इसके बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को शुक्रवार को दिल्ली बुलाया जा सकता है। माना जा रहा है कि इसी बैठक में नेतृत्व परिवर्तन पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।

कर्नाटक कांग्रेस में बढ़ता ध्रुवीकरण

कर्नाटक कांग्रेस इस समय दो खेमों में बंटी दिखाई दे रही है। एक ओर पार्टी विधायकों का बड़ा समूह सिद्धारमैया के साथ मजबूती से खड़ा है, वहीं दूसरी ओर कई नेता डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं।

बताया जाता है कि 2023 विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत के बाद डीके शिवकुमार को सिद्धारमैया के साथ मुख्यमंत्री पद साझा करने का आश्वासन दिया गया था—दोनों को 2.5-2.5 साल का कार्यकाल देने की चर्चा हुई थी। अब इस अवधि के पूरे होने के साथ ही कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर असंतोष खुलकर सामने आने लगा है।