छत्तीसगढ़ के कांकेर में हुए सड़क हादसे में ओडिशा के नायब तहसीलदार, उनकी पत्नी और साले सहित चार लोगों की मौत हो गई है। यह सभी लोग शनिवार रात एक शादी समारोह में शामिल होकर लौट रहे थे। इसके बाद से इनका पता नहीं था। इसके बाद सोमवार सुबह नेशनल हाईवे (NH-30) से लापता हुई उनकी कार सड़क किनारे कुएं में गिरी मिली। पुलिस ने कार बाहर निकलवाई तो उसमें चारों के शव मिले हैं। फिलहाल उनके शवों को अस्पताल भिजवाया जा रहा है। 

जंगलवार कालेज के पास ही सड़क किनारे पुराना कुंआ है।

पुलिस लापता हुई कार को हाईवे पर तलाश कर रही थी। वहीं पर जंगलवार कॉलेज के पास एक कुआं है। काफी पुराना होने के कारण इस्तेमाल में नहीं आता है और ऊपर से झाड़ियां उग आई हैं। पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालते हुए जब कुएं के पास पहुंची तो संदेह हुआ। इसके बाद झाड़ियां हटाकर देखा गया तो अंदर कार गिरी हुई थी। पुलिस ने जेसीबी और क्रेन को बुलाया है। उसकी मदद से कुएं के आसपास के इलाके को साफ कराया जा रहा है।

ओडिशा के नायब तहसीलदार और उनकी पत्नी। (फाइल फोटो)

6 दिसंबर को आए थे शादी में शामिल होने
जानकारी के मुताबिक, ओडिशा के उमरकोट निवासी नायब तहसीलदार सपन सरकार (65) अपनी पत्नी रीता सरकार (50) की बड़ी बहन रीना दत्ता के बेटे की शादी में शामिल होने के लिए 6 दिसंबर को कांकेर के गोविंदपुर आए थे। इसके बाद 10 दिसंबर को गोविंदपुर में हुए रिसेप्शन में भी शामिल हुए। शादी में सपन के साले कोंडगांव निवासी विश्वजीत अधिकारी (42) और एक परिचित हजारी लाल ढाली (67) भी आए थे। 

तहसीलदार का साला और गांव का परिचित। (फाइल फोटो)

रात को शादी से निकले, फिर घर नहीं पहुंचे
पार्टी के बाद नायब तहसीलदार सहित चारों शनिवार रात करीब 10.30 बजे कार से कोंडगांव के लिए रवाना हुए। उनके जाने से पहले और बाद में भी कुछ वाहन कोंडागांव के लिए निकले थे। जब रात करीब 12 बजे तक भी वे घर नहीं पहुंचे तो परिजनों को चिंता हुई। उन्होंने रीना दत्ता के मोबाइल पर कॉल किया, लेकिन शादी में व्यस्त होने के कारण वे कॉल रिसीव नहीं कर पाईं। इस पर परिजनों को लगा कि वे कांकेर में ही रुक गए होंगे। विज्ञापन

कार में शव मिलने के बाद विलाप करते परिजन।

अगले दिन सुबह लापता होने का पता चला
अगले दिन सुबह जब रीना दत्ता ने मिस कॉल देखा तो उन्होंने बात की। इस पर चारों के लापता होने का पता चला। इसकी जानकारी मिलने पर नायब तहसीलदार सपन सरकार के बेटे नवजीत उनकी तलाश में निकले। रास्ते भर कार और लापता लोगों की तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। इसके बाद उन्होंने पुलिस में गुमशुदगी दर्ज करा दी। चारों का मोबाइल रात 11 बजे से बंद है। मोबाइल जंगलवार कालेज के निकट टावर से बंद बता रहा था। 

कुएं से बाहर निकाली गई कार को जेसीबी से सीधा किया गया।

डॉक्टरों की टीम करेगी पोस्टमार्टम, वीडियोग्राफी भी होगी
पुलिस ने बताया कि जहां पर हादसा हुआ है, वह एक सरकारी कुआं हैं। सड़क से करीब पांच मीटर की दूरी पर है। ऐसे में संभावना है कि चालक नींद या फिर सामने से कोई लाइट पड़ने के कारण अनियंत्रित हुआ होगा। हालांकि शवों का पोस्टमार्टम डॉक्टरों की दो सदस्यीय टीम से कराया जा रहा है। उसकी वीडियाग्राफी भी की जाएगी। अभी तक हादसे की ही ज्यादा आशंका है। अगर रिपोर्ट में कुछ अलग सामने आता है तो उस दिशा में जांच शुरू करेंगे।