छत्‍तीसगढ़ में भिलाई इस्पात संयंत्र के भीतर दुर्घटना में एक और ठेका श्रमिक की मौत हो गई। गुरुवार काे संयंत्र के आरएमपी-2 मोड़ पर यह दुर्घटना हुई। साइकिल सवार उक्त ठेका श्रमिक को हाइड्रा(क्रेन) ने चपेट में ले लिया। मौके पर ही श्रमिक की मौत हो गई। इससे एक माह पहले एसएमएस-3 में क्रेन ने ट्रक को ठोकर मार दी थी। इसके एक श्रमिक की मौत हो गई थी।

भिलाई इस्पात संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस के एसजीपी में इलेक्ट्रिकल का काम करने वाले लीलाधर स्वर्णकार 54 वर्ष इस दुर्घटना का शिकार हुए। शाम चार बजे के करीब हुई। इस घटना के समय लीलाधर अपनी साइकिल से आरएमपी-2 मोड़ (गैस होल्डर चौक से आक्सीजन प्लांट-2 ) की ओर से गुजर रहे थे। इस दौरान ही हाइड्रा (क्रेन) ने साइकिल सवार ठेका श्रमिक को चपेट में ले लिया। बताया जाता है कि शरीर के उपर से हाइड्रा (क्रेन) का पहिया गुजर गया। मौके पर ही लीलाधर स्वर्णकार की मौत हो गई।

घटना की जानकारी वहां से गुजर रहे अन्य कर्मचारियों ने प्रबंधन और सीआइएसएफ को दी। मृतक लीलाधर मेसर्स जीपी इलेक्ट्रिकल कंपनी का ठेका श्रमिक था और राइटिंग का काम करता था। वह कैंप -1 सुभाष चौक प्रेम नगर का निवासी था। मृतक का एक बेटा और एक बेटी हैं। घटना के बाद शव काे सेक्टर-9 अस्पताल के शवघर में रखवा दिया गया है। घटना की जानकारी लगते ही परिवारजन और यूनियन नेता भी सेक्टर-9 अस्पताल पहुंच गए थे। भट्टी थाना पुलिस ने हाइड्रा वाहन जब्त कर चालक के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है।