दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (DUSU) चुनाव नज़दीक आते ही छात्र संगठनों ने अपनी तैयारियां तेज़ कर दी हैं। इसी कड़ी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने सोमवार को ‘मेरा डीयू मेरा मैनिफेस्टो’ नामक पहल की शुरुआत की। इस अभियान के तहत एबीवीपी ने एक गूगल फॉर्म जारी कर विश्वविद्यालय के छात्रों से उनकी समस्याएं, आकांक्षाएं और सुझाव साझा करने की अपील की है, ताकि उन्हें चुनावी घोषणापत्र में शामिल किया जा सके।
एबीवीपी का कहना है कि छात्रसंघ चुनाव केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि विश्वविद्यालय की शैक्षणिक व सांस्कृतिक दिशा तय करने का महत्वपूर्ण अवसर है। ऐसे में संगठन चाहता है कि हर छात्र की आवाज़ सीधे घोषणापत्र तक पहुंचे। इसीलिए छात्रों से अपेक्षा की गई है कि वे व्यक्तिगत मुद्दों के साथ-साथ विश्वविद्यालय स्तर की चुनौतियों और सुधार संबंधी सुझाव भी साझा करें।
घोषणापत्र में झलकेगी छात्रों की राय
इस पहल के माध्यम से छात्रावास, पुस्तकालय, पाठ्यक्रम, छात्रवृत्ति, कैंपस सुरक्षा, परिवहन, कैंटीन, डिजिटल सुविधाओं और प्रशासनिक व्यवस्थाओं जैसे मुद्दों पर राय मांगी जा रही है। एबीवीपी का कहना है कि इन्हीं सुझावों के आधार पर घोषणापत्र तैयार किया जाएगा, ताकि वह वास्तव में छात्रों की ज़रूरतों और भावनाओं को प्रतिबिंबित कर सके।
एबीवीपी दिल्ली प्रांत मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा कि परिषद हमेशा छात्रों को केंद्र में रखकर घोषणापत्र बनाती है। यह किसी बंद कमरे में तय नहीं होता, बल्कि छात्रों की राय से तैयार होता है।
18 सितंबर को चुनाव, 19 को मतगणना
डीयू छात्रसंघ चुनाव 18 सितंबर को होंगे और मतगणना 19 सितंबर को की जाएगी। चुनाव आयोग ने इस बार प्रचार को लेकर सख्त नियम बनाए हैं। पोस्टर लगाने, रैली, रोड शो, लाउडस्पीकर और वाहनों से प्रचार पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। सभी प्रमुख छात्र संगठन जीत सुनिश्चित करने के लिए रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं।