दिल्ली के समग्र विकास के लिए 100 साल की जरूरतों को ध्यान में रखकर हो रही है योजना: रेखा गुप्ता

नई दिल्ली। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा है कि दिल्ली को एक बेहतर और विकसित राजधानी के रूप में ढालने के लिए उनकी सरकार दीर्घकालिक योजना पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारें यदि पूरी दिल्ली के भविष्य को ध्यान में रखकर योजनाएं बनातीं, तो आज झुग्गियों और अनधिकृत कॉलोनियों जैसी समस्याएं पैदा न होतीं। सिर्फ लुटियंस जोन तक सीमित सोच के कारण दिल्ली की अधिकांश आबादी मूलभूत सुविधाओं से वंचित रह गई।

मुख्यमंत्री दैनिक जागरण द्वारा आयोजित “बेहतर दिल्ली विकसित दिल्ली” विमर्श में बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि दिल्ली की तीन करोड़ की जनसंख्या को देखते हुए सड़कें, जल आपूर्ति, सीवरेज, पार्किंग, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी सुविधाएं नाकाफी हैं। राज्य सरकार इन चुनौतियों को दूर करने के लिए भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए कार्य कर रही है।

प्रदूषण और ट्रैफिक को लेकर उठाए जा रहे हैं कदम

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदूषण की समस्या के समाधान के लिए उनकी सरकार लगातार प्रयासरत है। सार्वजनिक परिवहन को मजबूत करते हुए अब तक 2,500 इलेक्ट्रिक बसें शुरू की गई हैं और आने वाले समय में इनकी संख्या में और बढ़ोतरी की जाएगी। उन्होंने कहा कि राजधानी की वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए ऊंची इमारतों पर स्प्रिंकलर लगाए जा रहे हैं, जिससे धूल नियंत्रण में मदद मिलेगी।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्रदूषण नियंत्रण के नाम पर पुराने वाहनों को जब्त करना न्यायसंगत नहीं है। उनका कहना था कि वाहनों को आयु नहीं, बल्कि फिटनेस के आधार पर सड़कों पर चलने की अनुमति मिलनी चाहिए।

ट्रैफिक जाम और जलभराव से निपटने की योजना

रेखा गुप्ता ने बताया कि राजधानी में यातायात जाम के 550 प्रमुख स्थानों की पहचान की गई है और विभिन्न एजेंसियों के साथ समन्वय कर योजना बनाई गई है। जलभराव से निपटने के लिए हर प्रभावित क्षेत्र में नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं और जवाबदेही तय की गई है।

vयमुना की सफाई और संरक्षण

मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुना को स्वच्छ और अविरल बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। दिल्ली में बहने वाली 48 किलोमीटर लंबी यमुना में गिरने वाले 200 नालों के अपशिष्ट को रोकने के लिए नए एसटीपी बनाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति की रिपोर्ट के अनुसार, मौजूदा 37 एसटीपी में से 20 पूरी क्षमता से काम नहीं कर रहे हैं, जिनके स्थान पर 40 नए डीएसटीपी लगाए जा रहे हैं।

कांवड़ शिविरों में पारदर्शिता और महिला सशक्तिकरण

रेखा गुप्ता ने कहा कि अब कांवड़ शिविरों के लिए पारदर्शी प्रणाली लागू की गई है, जिसके अंतर्गत हर समिति का पंजीकरण एकल खिड़की व्यवस्था के माध्यम से किया जाता है और सीधे अनुदान दिया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद दिल्ली की महिलाएं खुद को अधिक सशक्त महसूस कर रही हैं और वे बिना झिझक अपनी समस्याएं साझा कर रही हैं।

कारोबार और आधारभूत ढांचे पर जोर

राज्य सरकार द्वारा पारित 1 लाख करोड़ रुपये के बजट में से 28 हजार करोड़ रुपये आधारभूत ढांचे के विकास पर खर्च किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और निवेश के क्षेत्र में दिल्ली को एक मॉडल शहर बनाने की दिशा में प्रयास जारी हैं।

दैनिक जागरण की भूमिका पर प्रशंसा

विमर्श कार्यक्रम में दैनिक जागरण के कार्यकारी संपादक विष्णु प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि दिल्ली में लंबे समय तक विकास की गति रुकी रही, लेकिन अब भाजपा सरकार के नेतृत्व में बदलाव देखा जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री को एक दीर्घदृष्टि वाली नेता बताते हुए कहा कि उन्हें कोई सीमारेखा नहीं बांधती, बल्कि वे दिल्ली के सर्वांगीण विकास के लिए संकल्पबद्ध हैं।

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद, दैनिक जागरण के प्रधान संपादक संजय गुप्त और अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुई।

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