दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर जनसुनवाई के दौरान हमला करने वाला आरोपी राजेश भाई खिमजी भाई सकरिया आपराधिक पृष्ठभूमि का शख्स निकला है। जांच में सामने आया है कि वर्ष 2017 में उसने मामूली विवाद में एक युवक पर तलवार से वार किया था और फिर कपड़े धोने वाली थपकी से पीटकर अधमरा कर दिया था। राजेश को 2021 में तड़ीपार किया गया था। उस पर राजकोट के भक्ति नगर थाने में मारपीट, हमला और शराब तस्करी से जुड़े पांच मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस को दे रहा लगातार नई-नई कहानियां
गिरफ्तारी के बाद राजेश ने शुरू में बताया था कि वह अपने रिश्तेदार की पैरवी के लिए मुख्यमंत्री से मिलने आया था, लेकिन जांच में यह दावा झूठा निकला। बाद में उसने बयान बदला और कहा कि काल भैरव के सपने में मिले आदेश पर वह दिल्ली आया। रिमांड के दौरान वह लगातार अलग-अलग कहानियां गढ़ रहा है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट द्वारा कुत्तों को लेकर आए आदेश की जानकारी मिलने पर आरोपी ने खुशी जताई और कहा कि यह उसकी मेहनत का नतीजा है। राजेश का दावा है कि वह राजकोट में 150 से अधिक कुत्तों की देखभाल करता है। पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि उसने पहले खुद को जख्मी कर परिवार को फंसाने की कोशिश की थी और पुलिस को झूठी कॉल की थी। उस समय उसके सिर में नौ टांके लगे थे। बाद में जांच में सच्चाई सामने आ गई थी। फिलहाल दिल्ली पुलिस इस मामले में लगातार राजकोट पुलिस से संपर्क बनाए हुए है।
राजकोट से दोस्त तहसीन को हिरासत में लिया
शुक्रवार को दिल्ली पुलिस की टीम राजकोट पहुंची और आरोपी के करीबी तहसीन, जिग्नेश और चिराग समेत पांच लोगों से पूछताछ की। इनमें से तहसीन उर्फ बापू को दिल्ली लाया गया है। तहसीन, राजेश का 15 साल पुराना दोस्त बताया जा रहा है। उसने ही जी-पे के जरिए दिल्ली में राजेश को दो हजार रुपये भेजे थे और पहले भी कई बार आर्थिक मदद की थी।