मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस समय स्पेन दौरे पर हैं और बुधवार (16 जुलाई) को उन्होंने राजधानी मैड्रिड में आयोजित ‘इन्वेस्ट इन एमपी बिज़नेस फोरम’ को संबोधित किया। इस मंच के दौरान सीएम यादव ने भारत और स्पेन को "दो प्राचीन सभ्यताओं के वाहक" करार दिया और दोनों देशों की साझेदारी से विकास की उल्लेखनीय संभावनाओं पर जोर दिया।
उन्होंने आगंतुक निवेशकों को मध्यप्रदेश की तेज़ रफ्तार विकास दर वाले राज्य के रूप में पेश किया और कहा, “यदि आप भारत में निवेश की सोच रहे हैं, तो मध्यप्रदेश में जरूर आएँ—यह राज्य आपको पीछे नहीं छोड़ने देगा।”
निवेश के कई आधार:
- खनिज, पर्यटन, बड़ी मैन्युफैक्चरिंग, फार्मास्युटिकल्स, तकनीकी उद्योग
- भू-संपदा, लॉजिस्टिक्स नेटवर्क, राष्ट्रीय राजमार्ग, रेल और हवाई मार्ग से सम्पर्क
- फूड प्रोसेसिंग, सोलर और विंड एनर्जी, एग्री-बेस्ड इंफ्रास्ट्रक्चर, टेक्सटाइल उद्योग
- मध्यप्रदेश की 18 हाई-टेक औद्योगिक नीतियाँ, जिसमें निवेशकों को सुरक्षित और उच्च रिटर्न देने की व्यवस्था शामिल है
सरकार की सुविधा और समर्थन
मुख्यमंत्री ने बताया कि यहाँ नई मेडिकल कॉलेज और मेडिकल टूरिज़्म को बढ़ावा दिया जा रहा है। वे स्पेन में स्थापित उद्योगपतियों से आग्रह कर रहे हैं कि राज्य की सौलर, टेक्सटाइल, ऑर्गेनिक केमिकल्स, एडवेंचर वेलनेस टूरिज्म जैसे सेक्टर्स में निवेश करें।
स्पेन–मध्यप्रदेश सहयोग
गैर-सरकारी संगठनों और कूटनीतिक लोगों ने भी मध्यप्रदेश की आर्थिक संभावनाओं पर भरोसा जताया। स्पेनिश राजदूत दिनेश कुमार पटनायक ने कहा कि राज्य सरकार सीधे निवेशकों के साथ संवाद कर रही है, जिससे यह साफ़ संकेत मिलता है कि राज्य में टीकस निवेश का वातावरण तैयार है।
मध्यप्रदेश: नया टेक-हब
अपर मुख्य सचिव संजय दुबे ने बताया कि राज्य भू-स्थिर ऊर्जा आधारित तकनीकी निवेश के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। ड्रोन, सेमीकंडक्टर, एवीजीसी और आईटीएस जैसे सेक्टर्स के लिए अलग नीतियाँ लागू की जा रही हैं।
व्यापार आकांक्षाएँ
स्पेन-इंडिया काउंसिल फाउंडेशन (FCEI) के अध्यक्ष जुआन इग्नासियो ने इस मंच को दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को सुदृढ़ करने वाली पहल बताया।
डीप्लोमैटिक बेज
मुख्य प्रवक्ता डॉ. सुदाम खाड़े ने कहा कि इस दौरे से “इनक्रेडिबल इंडिया के हृदय” का संदेश मिलेगा और इससे भारत–स्पेन संबंधों को दीर्घकालिक दिशा मिलेगी।