मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सोमवार को मदरसों को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि कुछ मदरसों और उनसे जुड़े केंद्रों में अवैध गतिविधियों के मामले सामने आ रहे हैं, जिन्हें लेकर सरकार को गंभीरता से कदम उठाने चाहिए।

खंडवा जिले में एक मदरसे से 20 लाख रुपये के नकली नोट बरामद होने की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि “बाहर से आने वाले कुछ लोग मदरसों में काम करने लगे हैं और उनकी गतिविधियां कई बार संदिग्ध रहती हैं। ऐसे मामलों की जांच जरूरी है।” उन्होंने सुझाव दिया कि राज्य सरकार को मदरसों की गतिविधियों पर निगरानी रखने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए ठोस नीति बनानी चाहिए।

विजयवर्गीय ने बताया कि वे मुख्यमंत्री से इस संबंध में चर्चा करेंगे ताकि प्रदेशभर के मदरसों के संचालन और शिक्षण से जुड़ी गतिविधियों पर एक समान नीति बनाई जा सके।

यह बयान उस समय आया जब खंडवा के पैठियां गांव स्थित मदरसे में पुलिस ने छापा मारकर 20 लाख रुपये के नकली नोट बरामद किए। जांच में सामने आया कि आरोपित जुबेर और उसका साथी मालेगांव पुलिस की गिरफ्त में हैं, जिनके पास पहले ही दस लाख रुपये के नकली नोट मिले थे।

विजयवर्गीय सिटी बस कार्यालय में शहरी विकास से जुड़ी बैठक में शामिल होने पहुंचे थे, जहां मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखा।