भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए पहली बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया है। मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में हुई इस ऐतिहासिक जीत के बाद पूरे देश में जश्न का माहौल है। रविवार की रात क्रिकेट प्रेमियों के लिए किसी त्यौहार से कम नहीं रही।
भारत की नायिकाएं बनीं महिला खिलाड़ी
टीम इंडिया की इस जीत में मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले की बेटी क्रांति गौड़ ने अहम भूमिका निभाई। फाइनल मुकाबले में उनके शानदार प्रदर्शन ने न केवल टीम को जीत दिलाई बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित कर दिया। संघर्षों और सीमित संसाधनों के बीच पली-बढ़ी क्रांति की यह उपलब्धि आज करोड़ों युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई है।
गरीबी से निकलकर बनाई नई पहचान
क्रांति गौड़ का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है और वे आज भी दो कमरों के सरकारी मकान में रहते हैं। पांच भाई-बहनों में सबसे छोटी क्रांति ने आठवीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी, लेकिन क्रिकेट के प्रति उनका जुनून कभी कम नहीं हुआ।
उन्होंने अपने मोहल्ले के लड़कों के साथ टेनिस बॉल क्रिकेट खेलते हुए शुरुआत की थी। समाज के तानों और आर्थिक चुनौतियों के बावजूद उन्होंने अपने सपने को नहीं छोड़ा। लगभग आठ साल पहले शुरू हुआ उनका सफर आज देश को विश्व विजेता बनाने तक पहुंचा।
राज्य सरकार की ओर से सम्मान
क्रांति के शानदार प्रदर्शन पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उन्हें ₹1 करोड़ के पुरस्कार की घोषणा की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा —
“कल क्रिकेट में हमारी बेटियों ने इतिहास रच दिया! विश्व विजेता महिला क्रिकेट टीम में मध्य प्रदेश की प्रतिभाशाली खिलाड़ी क्रांति गौड़ को राज्य सरकार की ओर से ₹1 करोड़ देने की घोषणा करता हूं।”
बीसीसीआई और आईसीसी ने भी की घोषणा
इस ऐतिहासिक जीत के बाद बीसीसीआई और आईसीसी ने भी खिलाड़ियों के लिए विशेष पुरस्कारों की घोषणा की है, जिससे पूरे दल की खुशी दोगुनी हो गई है। टीम इंडिया की यह उपलब्धि भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक नया अध्याय लिख गई है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।