जम्मू से उत्तर प्रदेश की ओर जा रहे एक संदिग्ध तेल टैंकर को पंजाब के कीरतपुर साहिब क्षेत्र में जांच के लिए रोका गया, जहां चौंकाने वाला मामला सामने आया। राज्य कर एवं आबकारी विभाग की टीम द्वारा रोके गए टैंकर में पेट्रोल-डीजल के बजायぎ लगभग नौ गोवंश ठूंस-ठूंस कर भरे हुए पाए गए। वाहन में सवार चालक और परिचालक मौके से फरार हो गए। पुलिस ने टैंकर को जब्त कर मामला दर्ज कर लिया है और फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
जानकारी के अनुसार, यह टैंकर कीरतपुर और हिमाचल के स्वारघाट के बीच गरा मोड़ पर तलाशी के दौरान पकड़ा गया। जांच के दौरान अधिकारियों ने जब वाहन को रोकने का प्रयास किया तो चालक ने रफ्तार बढ़ा दी। कुछ ही दूरी पर वाहन अनियंत्रित होकर सड़क किनारे नाली में फंस गया। जब टैंकर की जांच की गई तो उसमें से डीजल के स्थान पर मवेशी बरामद हुए।
विशेष रूप से संशोधित टैंकर की बनावट देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए। जांच में पाया गया कि टैंकर को अंदर से मॉडिफाई कर उसमें एक छिपा हुआ दरवाजा तैयार किया गया था, जिससे मवेशियों को अंदर डाला गया था। यह दरवाजा बाहर से देखने पर बिल्कुल सामान्य दिखता था।
सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और सभी गोवंश को सुरक्षित जकात गोशाला भेज दिया गया। आरोपियों की पहचान जाफर अली (निवासी जम्मू) और असलम (निवासी सहारनपुर, उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई है। दोनों मौके से फरार हो गए और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
राज्य कर और आबकारी विभाग के अनुसार टैंकर को इंडियन ऑयल कंपनी के टैंकर की तर्ज पर तैयार किया गया था, ताकि उस पर किसी को शक न हो। समाजसेवी मान सिंह धीमान ने इस मामले को कानून और पशु अधिकारों दोनों का उल्लंघन बताते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
फिलहाल स्वारघाट पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और पूरे तस्करी नेटवर्क की तह तक जाने की कोशिश की जा रही है।