पठानकोट: सुरक्षा एजेंसियों ने पंजाब के पठानकोट जिले में क्रिसमस और नववर्ष से पहले बड़े आतंकी हमले की आशंका जताई है। इनपुट के अनुसार, जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े पाकिस्तानी आतंकी सीमा पार कर किसी धर्मशाला में छिपे हुए हैं।
इस सूचना के बाद जिला पुलिस, विशेष ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और घातक कमांडो टीमों ने मिलकर बड़े पैमाने पर सर्च अभियान शुरू किया। पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने सीमावर्ती क्षेत्रों, गुज्जर समुदाय के डेरों और खंडहर भवनों की गहन जांच की।
पुलिस ने एक संदिग्ध बिल्लू नामक व्यक्ति को हिरासत में लिया है, जबकि उसके एक साथी की तलाश जारी है। कमांडो की दो कंपनियां और एसओजी की एक टीम संदिग्धों की तलाश में सक्रिय हैं। एसएसपी दलजिंद्र सिंह ढिल्लों ने लोगों से अपील की है कि वे भयभीत न हों और किसी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु को देखते ही पुलिस को सूचित करें।
सुरक्षा एजेंसाओं ने इस मामले को पठानकोट एयरबेस हमले की पृष्ठभूमि से जोड़कर देखा है। 31 दिसंबर 2015 को सीमा पार से आए आतंकी भारत की सीमा में घुसे थे और पठानकोट एयरबेस पर हमला किया था।
वहीं, श्रीनगर से प्राप्त जानकारी के अनुसार, उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास दो स्थानों पर पाकिस्तान के झंडे और गुब्बारे बरामद किए गए। बारामुला और कुपवाड़ा के अग्रिम इलाकों में चौकसी बढ़ा दी गई है।
अधिकारियों ने बताया कि बारामुला के सरना टाप इलाके में करीब 10 गुब्बारों पर पाकिस्तान का झंडा देखा गया, जिसे सेना की 46 राष्ट्रीय राइफल्स के गश्ती दल ने जब्त कर लिया। कुपवाड़ा के नौगाम में एक पेड़ पर पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस लिखा एक गुब्बारा भी मिला। यह कश्मीर में इस तरह की पहली घटना मानी जा रही है।