नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले चरण का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। परियोजना को 30 जून तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। समय पर निर्माण पूरा न होने पर ठेका लेने वाली कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
10 मई को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) की एक संयुक्त टीम एयरपोर्ट का निरीक्षण करने वाली है। यदि सभी मानक पूरे पाए गए तो 15 मई तक एयरोड्रम लाइसेंस जारी किया जा सकता है। हालांकि निरीक्षण के दौरान किसी प्रकार की खामी मिलने पर लाइसेंस प्रक्रिया में देरी संभव है।
मुख्य सचिव ने किया निरीक्षण
यूपी सरकार के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बुधवार को एयरपोर्ट स्थल का दौरा कर अब तक हुई प्रगति की समीक्षा की। अधिकारियों के साथ बैठक में उन्होंने निर्माण कार्यों की स्थिति की जानकारी ली और उन कारणों की पड़ताल की जो काम में रुकावट बन रहे हैं।
अधिकतर काम हो चुका है पूरा
जानकारी के अनुसार, एयरोब्रिज, टाइल्स, ई-गेट्स, एक्सीलेटर और सेल्फ बैगेज ड्रॉप मशीनें लगाई जा चुकी हैं। अब केवल टर्मिनल बिल्डिंग का कुछ हिस्सा और इंटरनेशनल टर्मिनल का कार्य शेष है। इंटरनेशनल टर्मिनल से जुड़ा कुछ उपकरण विदेश से आना बाकी है, जिससे इसमें थोड़ी देरी हो सकती है।
निर्माण कंपनी ने पहले चरण के तहत जून अंत तक एयरपोर्ट का कार्य पूरा करने की जिम्मेदारी ली है। निर्धारित समयसीमा में कार्य पूरा न करने की स्थिति में कंपनी पर जुर्माना लगाया जा सकता है और उसकी जमा की गई सिक्योरिटी राशि जब्त की जा सकती है।