मुजफ्फरनगर में निष्पक्ष निकाय चुनाव की मांग करते हुए विपक्ष के विधायकों और गठबंधन नेताओं ने डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी से वार्ता की। गठबंधन से जुड़े विपक्षी नेताओं ने डीएम से वार्ता के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री के पूर्व में दिए गए बयान का संदर्भ देते हुए साफ कहा कि यह अब नहीं चलेगा। चेतावनी दी कि यदि चुनाव में विपक्ष को दबाने का काम किया गया तो उसके परिणाम अच्छे नहीं रहेंगे।
मुजफ्फरनगर नगर में निकाय चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। 4 मई को मतदान है। सोमवार शाम सपा-रालोद विधायकों और पूर्व सांसद तथा गठबंधन नेताओं ने डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी से उनके कार्यालय पर जाकर वार्ता की। लौटकर आए रालोद जिलाध्यक्ष संदीप मलिक ने बताया कि जिला प्रशासन से निष्पक्ष चुनाव की बात कही गई है।
उन्होंने कहा कि पूर्व में केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने जिला प्रशासन को सीधे तरीके से चेताया था। उन्होंने कहा कि गठबंधन नेताओं की आशंका है कि केंद्रीय राज्यमंत्री की चेतावनी के अनुरूप एक वर्ग के मतदाताओं के साथ कोई ऊंच-नीच हो सकती है। रालोद जिलाध्यक्ष संदीप मलिक ने कहा कि डीएम से उन्होंने यही वार्ता की है और निष्पक्ष चुनाव कराने की प्रार्थना भी की है। उन्होंने कहा कि आप कोई भी चुनाव में हुड़दंग नहीं करता। वोट डालकर सभी लोग अपने घर चले जाते हैं।
कोई नहीं छीन सकता मतदान का हक
ऐसे में यदि किसी जाति बिरादरी के मतदाताओं को दबाने का प्रयास किया गया तो अच्छा नहीं होगा। रालोद नेता ने कहा कि लोकतंत्र में मताधिकार का हक नहीं छीना जा सकता। लेकिन कुछ लोग अपने लाभ के लिए मतदाताओं को डराते धमकाते हैं। इसके चलते ही एक वर्ग का मतदाता डरा हुआ है। उन्होंने कहा कि ऐसी किसी भी हरकत से सीधे तौर से निपटा जाएगा। इस मौके पर विधायक पंकज मलिक, अनिल कुमार, पूर्व सांसद राजपाल सैनी, सपा जिलाध्यक्ष ज़िया चौधरी, मुजफ्फरनगर नगर पालिका अध्यक्ष पद प्रत्याशी पति राकेश शर्मा आदि शामिल रहे।