अरुणाचल प्रदेश में पुलिस ने एक बड़े जासूसी रैकेट का खुलासा किया है। राज्य पुलिस ने मंगलवार को जानकारी दी कि जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि ये दोनों संवेदनशील इलाकों से अहम जानकारियां जुटाकर पाकिस्तान में बैठे अपने हैंडलर्स को भेज रहे थे। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान एजाज अहमद भट और बशीर अहमद गनई के रूप में हुई है।
गिरफ्तारी और ट्रांजिट रिमांड
पुलिस महानिरीक्षक (IGP) चुखु आपा ने बताया कि एजाज और बशीर को 18 दिसंबर को कुपवाड़ा से गिरफ्तार किया गया और ट्रांजिट रिमांड पर अरुणाचल प्रदेश लाया गया। दोनों वर्तमान में पुलिस हिरासत में हैं। यह मामला 21 नवंबर से शुरू हुई कार्रवाई से जुड़ा है, जब ईटानगर में नजीर अहमद मलिक और साबिर अहमद मीर को पकड़ा गया था। इसके अलावा, वेस्ट सियांग पुलिस ने हिलाल अहमद को आलो शहर के ओल्ड मार्केट से गिरफ्तार किया था।
कंबल व्यवसाय की आड़ में जासूसी
आईजीपी चुखु आपा ने बताया कि आरोपी कंबल बेचने का काम करते थे। इस व्यवसाय की आड़ में वे राज्य के अलग-अलग हिस्सों में घूमते थे और सुरक्षा व रणनीतिक महत्व की जानकारी इकट्ठा करते थे। ईटानगर के एसपी जुम्मार बसर के नेतृत्व में विशेष टीम ने इस गिरोह का भंडाफोड़ किया। जांच के दौरान चांगलांग जिले के मियाओ से गुलाम मोहम्मद मीर को भी हिरासत में लिया गया था, लेकिन ठोस सबूत न मिलने पर उसे रिहा कर दिया गया।
फॉरेंसिक जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिस आरोपियों के पास से जब्त किए गए उपकरणों की फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। IGP ने कहा कि पूछताछ अभी जारी है और सबूत मिलने पर और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं। जांच यह पता लगाने पर केंद्रित है कि आरोपियों का पाकिस्तान में किन लोगों से संपर्क था और अब तक कितनी जानकारी साझा की गई।
नागरिकों के लिए सुरक्षा निर्देश
आईजीपी ने स्थानीय नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि किसी भी बाहरी व्यक्ति को अपनी प्रॉपर्टी पर रखने या किराए पर देने से पहले पुलिस वेरिफिकेशन अवश्य करवाएं। बिना पहचान और सत्यापन के किसी को भी शरण न दें।