अहमदाबाद में हुए विमान हादसे को 96 घंटे से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन दुर्घटनास्थल से मलबा हटाने का काम अभी भी पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, स्थल पर मलबा धीरे-धीरे हटाया जा रहा है। इस दौरान मेडिकल हॉस्टल को पूर्णतः खाली करा दिया गया है।
जांच में जुटी कई टीमें
रविवार को अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी बोइंग की एक टीम भी जांच में शामिल होने के लिए अहमदाबाद पहुंच चुकी है। टीम के विशेषज्ञ विमान के मलबे की गहन जांच कर रहे हैं ताकि हादसे के कारणों का पता लगाया जा सके।
इंजन की स्थिति बनी चुनौती
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की टीम भी घटनास्थल पर मौजूद है। फिलहाल जांच का केंद्र बिंदु विमान का इंजन है, जो मेस की छत पर फंसा हुआ है। उसे सुरक्षित निकालना बड़ी चुनौती बना हुआ है, जिसे प्राथमिकता के आधार पर हटाने की कोशिश की जा रही है।
विमान के बड़े हिस्सों को काटा जा रहा
हादसे में क्षतिग्रस्त विमान के कुछ हिस्से काफी बड़े हैं। सूत्रों के अनुसार, इन बड़े हिस्सों को पहले काटकर छोटा किया जा रहा है ताकि उन्हें आसानी से हटाया जा सके। अब भी कुछ पार्ट्स मलबे में दबे हैं, जिन्हें धीरे-धीरे निकाला जा रहा है।
शनिवार को टेल सेक्शन किया गया था बाहर
शनिवार को क्रैश साइट के निकट हॉस्टल मेस से विमान का पिछला हिस्सा, जो टेल सेक्शन है, दो भारी-भरकम क्रेनों की मदद से निकाला गया। जानकारी के मुताबिक, हादसे के बाद करीब 12 घंटे तक विमान के इंजन में आग लगी रही।
भारी मशीनों की मदद से चल रहा अभियान
पूरा क्षेत्र मलबे से पटा हुआ है और विमान के 57 मीटर लंबे ढांचे के हिस्से कई टुकड़ों में बिखर गए हैं। इन्हें हटाने के लिए बड़े-बड़े यंत्रों और मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। मलबा मेडिकल हॉस्टल के मेस से लेकर अतुल्यम हॉस्टल तक फैला हुआ है।