नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में कई हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच में अहम भूमिका निभा चुके भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के अधिकारी कपिल राज ने केंद्र सरकार की सेवा से इस्तीफा दे दिया है। वित्त मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी अधिसूचना में बताया गया कि राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा 17 जुलाई 2025 से प्रभावी माना है।

सर्विस पूरी होने में थे 15 साल बाकी

साल 2009 बैच के अधिकारी कपिल राज 45 वर्ष के हैं और उनकी सेवानिवृत्ति की आयु अभी दूर थी। सूत्रों के मुताबिक उन्होंने निजी कारणों से स्वैच्छिक रूप से इस्तीफा दिया है। इस्तीफे से पूर्व वह दिल्ली में जीएसटी इंटेलिजेंस विंग में अतिरिक्त आयुक्त के रूप में कार्यरत थे।

ईडी में 8 साल तक रहे नियुक्त, राजनीतिक मामलों में निभाई अहम भूमिका

कपिल राज ने ईडी में लगभग आठ वर्षों तक सेवाएं दीं। इस दौरान उन्होंने कई बड़े नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की निगरानी की। जनवरी 2024 में उन्होंने झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के समय ऑपरेशन की कमान संभाली थी। इसी तरह मार्च 2024 में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर छापेमारी के बाद वे स्वयं फ्लैग स्टाफ रोड स्थित उनके निवास पहुंचे थे।

पूछताछ से लेकर छापेमारी तक, खुद करते थे निगरानी

ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कपिल राज राजनीतिक हस्तियों से जुड़े मामलों की पूछताछ प्रश्नावली तैयार करते थे और तलाशी अभियानों की योजना में सक्रिय भूमिका निभाते थे। वह अक्सर मौके पर जाकर टीम का नेतृत्व करते और जांच प्रक्रिया की निगरानी करते थे।

नीरव मोदी-मेहुल चोकसी मामलों की भी जांच कर चुके हैं

मुंबई जोन में उप निदेशक रहते हुए उन्होंने नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, डीएचएफएल और इकबाल मिर्ची से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामलों की भी जांच की थी। रांची जोन में संयुक्त निदेशक के रूप में रहते हुए उन्होंने कई राजनीतिक रूप से संवेदनशील मामलों की सुपरविजन की।

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से ताल्लुक रखने वाले कपिल राज एक मध्यमवर्गीय पृष्ठभूमि से आते हैं और अपनी तेजतर्रार जांच शैली के लिए जाने जाते रहे हैं।