कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर एक छोटा युद्ध भर था और इससे पहले ही सरकार को नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए थी। कर्नाटक में आयोजित समर्पण-संकल्प रैली में उन्होंने कहा कि पहलगाम में 26 लोगों की जान इसलिए गई क्योंकि मोदी सरकार पर्यटकों को पर्याप्त सुरक्षा देने में विफल रही। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री कश्मीर नहीं गए क्योंकि खुफिया एजेंसियों ने उन्हें ऐसा करने से रोका था।
खरगे ने सवाल उठाया कि अगर सरकार को खतरे की जानकारी थी, तो उसने पर्यटकों को पहलगाम जाने से क्यों नहीं रोका? समय रहते चेतावनी देने पर 26 लोगों की जान बचाई जा सकती थी।
इस दौरान कर्नाटक के विजयनगर एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने खरगे और राहुल गांधी का स्वागत किया। रैली में राहुल गांधी ने कहा कि राज्य में कई लोग जमीन पर कब्जा तो रखते हैं, लेकिन उनके पास उसका कानूनी हक नहीं है। इस समस्या को कांग्रेस नेतृत्व ने गंभीरता से लिया है और अब राज्य सरकार करीब 1 लाख परिवारों को जमीन का मालिकाना हक देने की तैयारी में है।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत सीमापार आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। यह कदम 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में उठाया गया था। इसके बाद पाकिस्तान ने तीन दिन तक भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमलों की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तान के कई सैन्य ढांचों को गंभीर नुकसान पहुंचाया। इनमें एयरबेस, रडार स्टेशन और कमांड सेंटर शामिल थे।