लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और इसे पाकिस्तान प्रायोजित बताया। उन्होंने कहा कि यह हमला बर्बरता की हदें पार करने वाला था, जिसमें बुजुर्गों और युवाओं की निर्ममता से हत्या की गई। उन्होंने सदन में कहा, “यह हमला पाकिस्तान सरकार द्वारा रची गई एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा था, और हम सभी ने मिलकर इसकी भर्त्सना की है।”
राहुल गांधी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत से पहले ही विपक्ष सरकार और सेना के साथ खड़ा था। उन्होंने कहा, “मैं करनाल और कानपुर में उन परिवारों से मिला, जिन्होंने अपने सपूत खोए। जब मैं सेना के जवानों से हाथ मिलाता हूं, तो महसूस करता हूं कि वे असली ‘टाइगर’ हैं, जो देश के लिए सब कुछ न्योछावर करने को तैयार रहते हैं।”
राहुल ने सरकार की भूमिका को लेकर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि किसी भी सैन्य अभियान से पहले राजनीतिक इच्छाशक्ति जरूरी होती है। उन्होंने यह भी बताया कि जैसे ही ऑपरेशन सिंदूर शुरू हुआ, विपक्ष ने बिना किसी संकोच के सरकार और सेना को समर्थन दिया। उन्होंने कहा, “कुछ नेताओं की ओर से व्यंग्य जरूर आए, लेकिन विपक्ष के सभी वरिष्ठ नेताओं में इस बात पर सहमति थी कि हमें एकजुट होकर देश के साथ खड़ा होना चाहिए। हमें गर्व है कि विपक्ष ने इस जिम्मेदारी को पूरी तरह निभाया।”