मालेगांव विस्फोट से जुड़े बहुचर्चित मामले में एनआईए की विशेष अदालत ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर सहित सभी सात आरोपियों को आरोपमुक्त करार दे दिया है। फैसले के बाद भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस और उसके नेताओं पर निशाना साधा है।
भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और दिग्विजय सिंह ने जानबूझकर ‘हिंदू आतंकवाद’ जैसी संकल्पना गढ़ी थी, ताकि इस्लामिक आतंकवाद पर पर्दा डाला जा सके। उन्होंने कहा, “हिंदू कभी आतंकवादी नहीं रहा और न ही कभी होगा। अब जबकि अदालत ने फैसला सुना दिया है, तो दिग्विजय सिंह समेत कांग्रेस को पूरे हिंदू समाज से माफी मांगनी चाहिए।”
प्रज्ञा ठाकुर बोलीं – ‘मुझे फंसाया गया, पर आज भगवा की जीत हुई’
भोपाल की पूर्व सांसद और आरोपी रही साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने फैसले के बाद कहा, “मैं हमेशा से कहती रही हूं कि किसी को बिना ठोस आधार के आरोपी नहीं बनाया जाना चाहिए। मुझे झूठे आरोपों में गिरफ्तार कर प्रताड़ित किया गया और मेरा जीवन तबाह कर दिया गया। एक साध्वी के रूप में जीवन व्यतीत कर रही थी, लेकिन मुझे राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया।” उन्होंने आगे कहा कि भगवा को बदनाम करने की साजिश की गई, लेकिन आज सत्य और सनातन की विजय हुई है।
कमलनाथ का बयान – ‘फैसले के खिलाफ अपील हो सकती है’
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कोर्ट के निर्णय पर कहा कि यह एक न्यायिक प्रक्रिया का हिस्सा है और प्रभावित पक्ष इस पर अपील कर सकता है। उन्होंने कहा, “बीजेपी चाहे जो भी कहे, लेकिन कानून के तहत अगला कदम अपील करना होगा।”
उमा भारती ने जताई संतोष
मप्र की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “भोपाल की पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा आज अदालत से निर्दोष घोषित हुई हैं। उन्हें हार्दिक बधाई और न्यायालय को साधुवाद।”