कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों के बाद राजनीतिक बहस तेज हो गई है। भाजपा लगातार राहुल के इन आरोपों पर जवाबी हमला कर रही है। रविवार को भाजपा के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी के आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि राहुल अपनी लोकप्रियता घटने के कारण चुनाव आयोग पर बिना आधार के आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि राजनीति में ऐसे लोग होते हैं जो केवल बोलने में माहिर होते हैं, लेकिन काम में विश्वास नहीं करते।
त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी बिहार में एसआईआर (स्पेशल आइडेंटिफिकेशन रिव्यू) की बात करते हैं, जबकि वहां चुनाव आयोग ने लोगों को अपने नाम सुधारने के लिए एक महीने का वक्त दिया है। उन्होंने बेंगलुरु सेंट्रल सीट से जुड़े डाटा को लेकर भी सवाल उठाए और पूछा कि राहुल आखिर उसी सीट का डाटा क्यों दिखा रहे हैं और इसे किसे सौंपा है।
सुधांशु त्रिवेदी ने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी भारत विरोधी ताकतों और नेताओं से संपर्क में रहते हैं। उन्होंने कहा कि देश में घुसपैठियों द्वारा लोकतंत्र पर आघात करने की कोशिशें इंडी गठबंधन के जरिए हो रही हैं। त्रिवेदी ने यह भी कहा कि जैसे भारत ने 100 उपग्रह लॉन्च किए हैं, वैसे ही राहुल गांधी अपनी लोकप्रियता के लिए नया रिकॉर्ड बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों नहीं कर रहे हैं।
भाजपा नेता ने आगे कहा कि चुनाव आयोग को लेकर केवल राहुल गांधी ही आवाज़ उठा रहे हैं, जबकि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है, वहां के सीएम और डिप्टी सीएम मौन हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी इस मुद्दे पर कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की। वे राहुल को यह साबित करने की कोशिश में बताते हैं कि उन्हें कर्नाटक की तुलना में वहां की सरकार से अधिक जानकारी है।
सुधांशु त्रिवेदी ने बिहार के कुछ विधानसभा क्षेत्रों में हाल ही में लाखों निवास स्थान के आवेदन को भी मुद्दा बनाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी महाराष्ट्र का जिक्र करते रहते हैं, लेकिन मालेगांव सीट पर हो रहे मतदान और नए वोटरों की संख्या पर राहुल चुप हैं। उन्होंने बताया कि मालेगांव विधानसभा क्षेत्र में 43 प्रतिशत नए वोटर जुड़े हैं और उन्होंने सवाल किया कि क्या इस पर जांच नहीं होनी चाहिए।