छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में लौह अयस्क से भरी एक मालगाड़ी शनिवार को डिरेल हो गई। इसके चलते किरंदुल-विशाखापट्टनम रेलमार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस जवानों के साथ रेलवे कर्मचारी मौके पर पहुंचे और रेल मार्ग बहाल किया गया। इसके चलते करीब दो घंटे तक मार्ग बंद रहा। हादसा केके रेललाइन पर हुआ है। हादसे का कारण स्पष्ट नहीं है। इसे लेकर जांच जारी है। 

जानकारी के मुताबिक, लौह अयस्क से भरी मालगाड़ी शनिवार सुबह किरंदुल से विशाखापट्नम के लिए निकली थी। इस दौरान बचेली में खंभा नंबर 434 के पास मालगाड़ी का एक वैगन पटरी से उतर गया। हादसे के बाद लोको पायलट ने इसकी जानकारी रेलवे को दी। सूचना मिलने पर जवानों के साथ ही रेलवे कर्मचारी पहुंच गए और वैगन को वापस पटरी पर लाने की जद्दोजहद शुरू हुई। 

करीब दो घंटे बाद रेलवे की यातायात व्यवस्था को बहाल किया जा सका। बताया जा रहा है कि मालगाड़ी की रफ्तार कम थी, इसलिए बड़ा हादसा होने से बच गया। केके रेललाइन पर दंतेवाड़ा और किरंदुल के बीच इससे पहले भी कई बार मालगाड़ी डिरेल हो चुकी है। ज्यादातर मामलों में नक्सली वारदात सामने आती है। ऐसे में इस घटना के पीछे नक्सलियों का हाथ है या फिर तकनीकी खराबी के चलते हुआ है, इसकी जांच हो रही है।