मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में शुक्रवार की दोपहर संविधान के रचियता डॉ. भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती मनाई गई। इस दौरान अस्पताल स्टाफ के द्वारा उनके छायाचित्र पर माल्यार्पण करने के साथ ही उनके विचारों को सांझा किया गया।
इस मौके पर डॉक्टर केएल आजाद ने अपने उद्बोधन पर कहा कि बाबा साहब ने अपने मूलमंत्र में शिक्षित, संगठित और संघर्ष करने की बात कही थी, आज समाज में हर तबके के लोग संविधान के बनाए गए नियमों के तहत कार्य कर रहे हैं। जिसके चलते सभी लोग आज किसी भी पद पर काबिल हो रहे हैं। वहीं, बाबा साहब ने ही महिलाओं के लिए अलग से कानून बनाया था। जिसके लिए उन्होंने काफी प्रयास भी किए।
अधीक्षक डॉक्टर अनुरूप साहू ने कहा कि आज पूरा का पूरा विश्व बाबा साहब के नियमों को ही मानता है। साथ ही उन्होंने बाबा साहब द्वारा बनाए गए संविधान का सही रूप से निर्वहन करते हुए कार्य करने की बात कही। बाबा साहब के द्वारा ही बनाए गए संविधान के चलते आज हर वर्ग के लोगों को पढ़ाई के साथ ही समानता का अधिकार भी मिल रहा है।
डीन डॉक्टर यूएस पैकरा ने अपने उद्बोधन में कहा कि बाबा साहब ने पहले से ही आने वाले दिनों को जानते हुए सभी वर्गों के लिए कानून बनाया था। जिसके चलते आज आम जनता खुलेआम घूम रही है। वही सभी वर्गों के लिए नियम कानून तय कर दिया गया है। बाबा साहब के जन्मदिन से ज्यादा उनके बताए गए मार्गो पर चलने के साथ ही कार्यों का अनुसरण करें। जिससे समाज में संगठित होकर एक साथ काम किया जा सके।