मुंबई। महाराष्ट्र में नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों के नतीजे रविवार को घोषित हुए और भाजपा समर्थित महायुति गठबंधन ने शानदार जीत दर्ज की। कुल 288 सीटों में से महायुति ने 215 सीटें जीतकर विपक्षी महा विकास आघाड़ी को भारी अंतर से पीछे छोड़ दिया। भाजपा ने अकेले 129 नगर परिषदों में जीत हासिल की, जबकि सहयोगी शिवसेना (शिंदे) के खाते में 54 और राकांपा (अजीत पवार) के खाते में 40 नगराध्यक्ष आए।
पीएम मोदी और फडणवीस ने जताई खुशी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस जीत पर महाराष्ट्र की जनता को बधाई दी और महायुति गठबंधन की जनता-केंद्रित विकास रणनीति की सराहना की। मोदी ने ट्वीट में लिखा कि यह नतीजा लोगों के विकास पर भरोसे को दर्शाता है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत और प्रतिबद्धता का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इसे ऐतिहासिक जनादेश बताया और कहा कि जनता ने एक बार फिर विकास की राजनीति पर भरोसा जताया है।
पार्षदों में भी भाजपा ने बनाया रिकॉर्ड
नतीजों के अनुसार, पार्षदों की संख्या में भी भाजपा ने रिकॉर्ड बनाया। 2017 में 1602 सीटों के मुकाबले इस बार 3325 सीटें भाजपा के खाते में गईं। महायुति गठबंधन को कुल 6952 सीटों में से 4331 सीटें मिलीं, जो 62 प्रतिशत से अधिक हैं।
विपक्ष की स्थिति कमजोर
कांग्रेस को 34, शिवसेना (यूबीटी) को आठ और शरद पवार की राकांपा (एसपी) को सात नगराध्यक्ष पद मिले। विपक्षी दलों ने चुनाव परिणाम पर निर्वाचन आयोग और बाहुबल-धनबल के इस्तेमाल का आरोप लगाया, लेकिन उनके आंकड़े महायुति से काफी पीछे रहे।
महानगरपालिका चुनावों के लिए संकेत
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि नगर निकाय चुनावों के नतीजे 15 जनवरी को होने वाले 29 महानगरपालिका चुनावों का ‘ट्रेलर’ हैं। उन्होंने कहा कि महायुति की शानदार जीत राज्य में जनादेश के प्रति जनता के रुझान को दर्शाती है।
केंद्रीय और राज्य नेताओं की प्रतिक्रिया
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और अन्य भाजपा नेताओं ने पार्टी और महायुति गठबंधन के कार्यकर्ताओं की सराहना की। चंद्रशेखर बावनकुले ने महायुति की जीत को जनता द्वारा विकास पर भरोसा जताने का परिणाम बताया और कहा कि यह महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण घटना है।
इन नतीजों ने साफ कर दिया कि महायुति गठबंधन राज्य में मजबूत स्थिति में है और आगामी महानगरपालिका चुनावों में भी उसका प्रभाव बरकरार रहने की संभावना है।