बेमेतरा के बिरनपुर में 2 समुदायों के बीच हुए मारपीट और एक युवक की हत्या के विरोध में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद ने छत्तीसगढ़ बंद बुलाया था। इस बीच बिरनपुर गांव में कुछ प्रदर्शनकारियों ने एक मकान में आग लगा दी। जिसके चलते अंदर रखा सिलेंडर ब्लास्ट हो गया। उधर, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ साजा पहुंच गए हैं। मगर पुलिस ने उन्हें रोक लिया है। जिसके चलते राव साजा में ही धरने पर बैठ गए हैं।
इस हादसे में दुर्ग रेंज के आईजी आनंद छाबड़ा बाल-बाल बच गए हैं। हालांकि अब तक ये कंफर्म नहीं हो सका है कि किसने उस झोपड़ीनुमा मकान में आग लगाई थी। बताया जा रहा है कि जिस मकान में आग लगाई गई है। वह गांव से कुछ दूरी पर है। फिलहाल दमकल की गाड़ी की मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास जारी है। ब्लास्ट के वक्त आईजी और कुछ पुलिस कर्मी उस मकान के पास ही खड़े थे।
उधर, बिरनपुर-सहसपुर रोड पर करीब 800 लोगों की भीड़ पहुंच गई है। सभी को बैरिकेडिंग लगाकर रोका गया है। किसी को भी गांव में जाने नहीं दिया जा रहा है। बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव भी साजा पहुंच गए हैं। साजा, बिरनपुर से करीब 20 किलोमीटर दूर है।
धरने पर बैठे साव
साव बिरनपुर जाना चाहते हैं, लेकिन रास्ते में बैरिकेडिंग कर दी गई है। उनके साथ भी कई नेता और बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता पहुंचे हुए हैं। पुलिस की टीम बीजेपी कार्यकर्ता और साव को आगे बढ़ने नहीं दे रही है। इस वजह से वह रोड पर ही बैठ गए हैं।
इस वजह से विवाद
दो दिन पहले यानि शनिवार को बेमेतरा में बिरनपुर गांव में 2 स्कूली छात्रों के बीच रास्ते में साइकिल चलाते समय कट मारने को लेकर विवाद हुआ था। इस दौरान एक युवक ने छात्र के हाथ पर कांच की बोतल तोड़ दी। जिसके चलते उसका हाथ फ्रैक्चर हो गया। घटना की जानकारी बच्चों के घरों तक पहुंची, तो दोनों पक्षों के लोगों के बीच मारपीट होने लगी।
इस बीच दूसरे पक्ष के लोगों ने तलवार से 22 साल के युवक भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी थी। पूरे मामले में पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जिले में जिले में धारा 144 लागू है। तनावपूर्ण हालात को देखते हुए बिरनपुर गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।