नई दिल्ली। देशभर में दीपावली का उल्लास छाया है, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में त्योहार से पहले ही प्रदूषण ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। रविवार शाम से ही दिल्ली-एनसीआर की हवा खतरनाक स्तर पर पहुंच गई। अधिकांश इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 के पार दर्ज किया गया, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है। विशेषज्ञों का मानना है कि दिवाली की रात पटाखे जलने के बाद हालात और बिगड़ सकते हैं।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने स्थिति को गंभीर मानते हुए ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के स्टेज-II को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है। आयोग ने कहा है कि प्रदूषण के बढ़ते स्तर को नियंत्रित करने के लिए निर्माण कार्यों पर निगरानी और सड़क धूल पर नियंत्रण के उपाय सख्ती से लागू किए जाएंगे।
सोमवार सुबह 8 बजे जारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का औसत AQI 337 दर्ज किया गया। राजधानी के 35 से अधिक इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘रेड जोन’ में पहुंच चुकी है। आनंद विहार का AQI 414 रहा, जो दिल्ली में सबसे अधिक है, जबकि वजीरपुर में 407 दर्ज किया गया। वहीं, श्री अरबिंदो मार्ग का AQI अपेक्षाकृत कम रहा।
कई इलाकों में हवा बेहद प्रदूषित
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, सोमवार सुबह दिल्ली के कई हिस्सों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब रही। अलीपुर में AQI 319, शादीपुर में 309, NSIT द्वारका में 367, ITO में 351, सिरी फोर्ट में 362, मंदिर मार्ग में 344, आरके पुरम में 375, पंजाबी बाग में 383 और नॉर्थ कैंपस में 327 रिकॉर्ड किया गया।
वहीं, कुछ स्थानों पर प्रदूषण ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया है। नेहरू नगर (388), अशोक विहार (389), जहांगीरपुरी (387), रोहिणी (368) और विवेक विहार (356) में AQI 400 के आसपास रहा।
कोहरे और धुएं की परत ने बढ़ाई परेशानी
दिल्ली के ऊपर कोहरे और धुएं की घनी परत छाई रही, जिससे दृश्यता प्रभावित हुई। पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर भारत में तापमान में गिरावट और हवाओं की धीमी गति प्रदूषकों के फैलाव में बाधा डाल रही है।
स्थिति और बिगड़ने का अनुमान
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर और बढ़ सकता है। रविवार रात को ही हवा की गुणवत्ता खराब हो चुकी थी, और सोमवार को इसके ‘गंभीर’ स्तर तक पहुंचने की आशंका है।
सरकारी एजेंसियों ने लोगों से अपील की है कि वे पटाखे न जलाएं और दिवाली को पर्यावरण-अनुकूल तरीके से मनाएं ताकि बढ़ते वायु प्रदूषण को रोका जा सके।