दिल्ली के समयपुर बादली इलाके में हुई ज्वेलरी की दुकान पर लूट की घटना ने रिश्तों की एक कड़वी सच्चाई उजागर कर दी। पैसों की जरूरत पूरी करने के लिए एक युवक ने अपने ही चचेरे भाई की दुकान को निशाना बना लिया। शुक्रवार को हुई इस वारदात में तीनों आरोपियों को पुलिस ने महज 24 घंटे में गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों में पीड़ित के दो चचेरे भाई — विशाल वर्मा और मनीष वर्मा — तथा उनके साथी सुमित डबास शामिल हैं।

पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से करीब 15 लाख रुपये मूल्य की दस सोने की चेन, 10 हजार रुपये नकद और एक मोबाइल फोन बरामद किया है। सुमित डबास राष्ट्रीय स्तर का वॉलीबॉल खिलाड़ी है और नरेला में दर्ज हत्या के एक मामले में भी आरोपी रह चुका है।

मिर्च स्प्रे से किया हमला, दस चेन लेकर फरार
बाहरी उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त हरेश्वर वी. स्वामी ने बताया कि 4 अक्टूबर को रोहिणी सेक्टर-18 स्थित ‘सोनी ज्वैलर्स’ में लूट की सूचना मिली थी। शिकायतकर्ता अनिल कुमार ने बताया कि उनका चचेरा भाई विशाल और उसका एक साथी दुकान पर आए थे। दोनों ने कुछ सोने की चेन दिखाने को कहा। इसी दौरान विशाल बाहर फोन पर बात करने चला गया, जबकि उसका साथी अनिल की आंखों में मिर्च स्प्रे डालकर करीब दस सोने की चेन लेकर फरार हो गया।

सीसीटीवी से खुली साजिश की पोल
थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह जाखड़ की अगुवाई में पुलिस टीम ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की। फुटेज में आरोपी वारदात के बाद एक कार से भागते नजर आए। तकनीकी जांच के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला कि आरोपियों ने एक चेन बेचकर करीब 80 हजार रुपये अपने खातों में ट्रांसफर कराए थे, जिन्हें अब फ्रीज कर दिया गया है।

जेल में हुई थी दोस्ती, वहीं बनी साजिश की नींव
पूछताछ में सामने आया कि विशाल और सुमित की जान-पहचान तिहाड़ जेल में हुई थी। दोनों क्रमशः छेड़छाड़ और हत्या के मामलों में बंद थे। जेल से बाहर आने के बाद दोनों आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। दशहरा से एक दिन पहले दोनों की मुलाकात रामलीला मैदान में हुई, जहां पैसे की जरूरत पर बातचीत के दौरान लूट की योजना बनी। विशाल ने अपने दूसरे चचेरे भाई मनीष को इसमें शामिल किया और तीनों ने उत्तम नगर से टैक्सी किराए पर लेकर वारदात को अंजाम दिया।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई से खुला मामला
गुरुग्राम के एक गोल्ड एक्सचेंजर के पास चेन बेचने की जानकारी मिलते ही पुलिस ने तेजी दिखाई और 24 घंटे के भीतर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब उन लोगों की तलाश कर रही है जिन्होंने चोरी का सोना खरीदा था।