नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में एसआईटी की जांच पर सवाल उठाए हैं। अग्निहोत्री ने आरोप लगाया है कि पुलिस प्रिंटिंग प्रेस से पेपर लीक करने की बात कहकर मामले को रफा-दफा करने में लगी है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पुलिस भर्ती पेपर लीक मामला सीबीआई को देने की बात कही थी लेकिन अभी तक यह मामला सीबीआई को नहीं दिया गया है। सीएम ने प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया है। सरकार जिस तरह से इस मामले की एसआईटी से जांच करा रही है, उसको न तो विपक्ष और न ही प्रदेश की जनता मानेगी। यह मामला इतनी आसानी से दबने वाला नहीं है। कांग्रेस मामले पर रणनीति तैयार करेगी।
प्रदेश के दो लाख युवाओं के हक की लड़ाई कांग्रेस लड़ेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार से लेकर पुलिस मुख्यालय इस मामले में संलिप्त है। बीते दिन एसआईटी की ओर से किंगपिन को गिरफ्तार करने और प्रिंटिंग प्रेस से पेपर लीक होने का दावा किया गया। सरकार यह बताए कि पेपर किसने सेट किया था और पेपर प्रिंटिंग प्रेस तक कौन लेकर गया। यह सारी जिम्मेवारी पुलिस अधिकारियों की थी। सरकार ने इसकी जांच के लिए पुलिस अधिकारी ही लगा दिए। पुलिस अधिकारी उन लोगों को गिरफ्तार कर रही है, जिन्होंने पेपर खरीदा है जबकि विपक्ष लगातार यह सवाल पूछ रहा है कि यह पेपर किसने बेचा। अब तक पुलिस के अधिकारियों को क्यों नहीं गिरफ्तार किया गया। गृह विभाग मुख्यमंत्री के पास है। ऐसे में मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।