राजधानी शिमला में बुधवार सुबह बादल झमाझम बरसे। सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक शहर में भारी बारिश हुई। दोपहर को तीन दिन के बाद शहर में धूप खिली। बर्फबारी से अटल टनल रोहतांग पर आवाजाही बंद हो गई है। सोलंगनाला में ही सैलानियों के वाहन रोक दिए। पेड़ गिरने से पांच घंटे तक आनी-कुल्लू एनएच ठप रहा। सोलन, मनाली, चंबा, डलहौजी, कुफरी और नारकंडा में भी बारिश रिकॉर्ड हुई। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने वीरवार को भी प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश, ओलावृष्टि और अंधड़ का येलो अलर्ट जारी किया है।
पांच मई की रात से फिर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के आसार हैं। नौ मई तक मौसम खराब बना रहने की संभावना जताई गई है। जिला कुल्लू और लाहौल में लगातार तीसरे दिन भी बर्फबारी व बारिश का दौर लगातार जारी रहा। बुधवार को अटल टनल रोहतांग सैलानियों के लिए बंद रखी गई।पर्यटकों को सोलंगनाला में ही रोका गया। दोपहर बाद मौसम खुलने पर कुछ सैलानी धुंधी तक पहुंचे और ताजा बर्फ का लुत्फ उठाया।
जिला कुल्लू के कई क्षेत्रों में बारिश हुई। मंगलवार रात को प्रदेश के कई क्षेत्रों में बादल झमाझम बरसे। उधर, मंगलवार रात को केलांग में न्यूनतम तापमान 1.6, कुकुमसेरी में 3.8, नारकंडा में 4.4, कल्पा में 5.8, डलहौजी में 6.0, मनाली-कुफरी में 6.2, शिमला में 8.5, धर्मशाला में 11.4, ऊना में 15.5 और नाहन में 17.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।