बिलासपुर। बरठीं के भल्लू पुल के पास मंगलवार शाम को हुए भीषण सड़क हादसे में मृतकों की संख्या 16 तक पहुँच गई है। हादसे में एक बच्चा रातभर लापता था, जिसका शव बुधवार सुबह 10 बजे बरामद हुआ। मृतकों में नौ पुरुष, चार महिलाएं और तीन बच्चे शामिल हैं। वहीं, दो बच्चे—एक लड़का और एक लड़की—हल्की चोटों के साथ बच गए, जिन्हें एम्स बिलासपुर में उपचार के बाद घर भेज दिया गया।
राहत एवं बचाव कार्यों में शामिल दलों को लगातार हो रही बारिश और पहाड़ी से मलबा गिरने के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ा। बुधवार सुबह पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह स्थान यात्रा के लिए सुरक्षित नहीं है और प्रशासन को तुरंत आवाजाही रोकने के साथ भविष्य में किसी दुर्घटना से बचाव सुनिश्चित करना चाहिए।
राहत कार्य और सुरक्षा व्यवस्था
रात 2:30 बजे सुरक्षा कारणों से राहत कार्य अस्थायी रूप से रोकना पड़ा था, जिसे सुबह 6:40 बजे पुनः शुरू किया गया। घटनास्थल पर दो एनडीआरएफ टीमें, क्यूआरटी और होम गार्ड की टीमें आवश्यक उपकरणों के साथ तैनात हैं। एडीसी बिलासपुर, एसपी और एसडीएम झंडूता राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। मृतकों के शव सीएचसी बरठीं लाए गए, जहां सुबह 7 बजे पोस्टमार्टम शुरू हुआ।
सीएमओ बिलासपुर की देखरेख में अतिरिक्त चिकित्सकों की व्यवस्था की गई है। शवों की पहचान कर परिजनों को सौंप दी गई है। प्रशासन ने मृतक परिजनों को 25,000 रुपये की तात्कालिक राहत दी है, जबकि एसडीआरएफ मानकों के अनुसार आगे की आर्थिक सहायता प्रक्रिया जारी है।
मृतकों और घायलों की सूची
मृतकों में 9 पुरुष, 4 महिलाएं और 3 बच्चे शामिल हैं। घायलों में आरुषि (10) और शोर्य (8) शामिल हैं।
मुख्यमंत्री और राज्यपाल की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने तुरंत जेसीबी और पोकलेन मशीनें मौके पर भेजी और राहत कार्यों में तेजी लाई।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने भी दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया और मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
हादसे ने इलाके में मातम का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय लोग और प्रशासनिक अधिकारी लगातार राहत और पुनर्वास कार्यों में जुटे हुए हैं।