हिमाचल आयोग भर्ती पेपर लीक केस: मुख्य आरोपी ने किया आत्महत्या का प्रयास

पेपर लीक प्रकरण की मुख्य आरोपी उमा आजाद ने कथित तौर पर विजिलेंस कार्यालय हमीरपुर में डिप्रेशन की अत्याधिक गोलियां खाकर आत्महत्या का प्रयास किया है। आरोपी को पेपर लीक मामले में दर्ज 14वीं एफआईआर में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। महिला को नोटिस देकर जांच के लिए महिला कांस्टेबल की मौजूदगी में पूछताछ की जानी थी लेकिन इससे पहले ही उसने गोलियां निगल ली। 

मामले में दर्ज 14वीं एफआईआर में उसकी संलिप्तता पाई गई है। ऐसे में जब आरोपी को पूछताछ के लिए विजिलेंस कार्यालय शनिवार को बुलाया गया तो उसने डिप्रेशन की दवाई की एक साथ कई गोलियां खा ली। इस दौरान उसका बेटा भी उसके साथ मौजूद था। तबीयत बिगड़ने पर उसे मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में उपचार के लिए लाया गया है। पेपर लीक मामला सामने आने के बाद से भंग आयोग की महिला कर्मचारी उमा आजाद डिप्रेशन की दवा ले रही है। इस मामले में दर्ज अब तक ही सभी एफआईआर में वह नामजद है।

जांच के दौरान जमानत मिलने पर वह रिहा है, लेकिन अलग-अलग पोस्ट कोड में दर्ज एफआईआर में कानूनी प्रावधानों के तहत उसे पूछताछ के लिए बुलाया जाता है। जब शनिवार को पोस्ट कोड 822 जूनियर स्टोरकीपर भर्ती परीक्षा में दर्ज एफआईआर में उसे पूछताछ के लिए बुलाया गया था तो उसने विजिलेंस कार्यालय परिसर में अत्याधिक दवाईयों का सेवन कर लिया।

महिला आरोपी का कहना है कि वह जांच से तंग आ चुकी है इसलिए जीना नहीं चाहती है। उमा आजाद का कहना है कि वह जांच से तंग आ चुकी है इसलिए उसने आत्महत्या का प्रयास किया था।एसपी विजीलेंस कुलभूषण वर्मा ने कहा कि सदर थाना में इस बावत शिकायत दी गई है। जांच को प्रभावित करने के लिए महिला आरोपी ने यह प्रयास किया है। महिला कांस्टेबल की मौजदूगी में बुलाया गया था। महिला के खिलाफ भारतीय न्यायिक संहिता के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की शिकायत सदर थाना पुलिस हमीरपुर को दी गई है।

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