मां रेणुका और उनके बेटे परशुराम के आलौकिक और पारंपरिक मिलन का प्रतीक अंतरराष्ट्रीय श्री रेणुकाजी मेला आज शुरू हो गया। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के अस्वस्थ होने के चलते विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने देव पालकियों को कंधा देकर रवाना किया। साथ ही ददाहू से शुरू होने वाली शोभायात्रा की आगवानी भी की। इसके साथ छह दिन चलने वाले अंतरराष्ट्रीय श्री रेणुकाजी मेले का आगाज हो गया।

भगवान परशुराम के प्राचीन मंदिर जामू, कटाह, मंडलांह और माशू से चार देवता मेले में हाजिरी भर रहे हैं। इस मर्तबा देव पालकियों को ददाहू स्थित खेल मैदान की बजाय गिरि नदी किनारे बनाए अस्थायी पंडाल में लाया गया। यहां से पारंपरिक वाद्ययंत्रों की मधुर ध्वनि और ढोल नगाड़ों की थाप के बीच रेणुकाजी तक भव्य शोभायात्रा निकाली गई।