हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट की बार एसोसिएशन ने सोमवार को पुलिस की कार्यप्रणाली के खिलाफ छोटा शिमला पुलिस थाना का घेराव किया। एक पुलिस कांस्टेबल की ओर से बीते दिनों एक वकील के साथ सड़क पर की गई मारपीट के विरोध में थाने का घेराव किया गया। हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं ने करीब तीन घंटे तक सड़क पर नारेबाजी और चक्का जाम कर कांस्टेबल को सस्पेंड करने की मांग की। अधिवक्ताओं के उग्र प्रर्दशन को देखते हुए एसपी संजीव गांधी को मौके पर आना पड़ा। एसपी ने अधिवक्ताओं को आश्वासन दिया कि कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि एएसपी स्तर के अधिकारी से विभागीय जांच करवाई जाएगी। एक सप्ताह के भीतर हिमाचल हाईकोर्ट की बार एसोसिएशन को भी इसकी रिपोर्ट दी जाएगी। एसपी के आश्वासन के बाद अधिवक्ताओं ने प्रदर्शन खत्म किया।

इससे पहले हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट की बार एसोसिएशन ने सोमवार सुबह 10 बजे जनरल हाउस किया। इसमें वीडियो दिखाया गया कि किस तरह से एक पुलिस कर्मी ने सड़क पर एक अधिवक्ता को थप्पड़ मारे। कांस्टेबल ने उसके बाद पुलिस थाने में अधिवक्ता के खिलाफ एफआईआर दायर की। एफआईआर में आरोप हैं कि अधिवक्ता ने उसकी वर्दी के बटन तोड़े। जनरल हाउस में निर्णय लिया गया कि सभी अधिवक्ता पुलिस की इस तरह की गुंडागर्दी के खिलाफ धरना देंगे। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के प्रधान पीयूष वर्मा ने कहा कि वकीलों के साथ इस तरह की गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने डीजीपी से इस मामले पर संज्ञान लेने को कहा और साथ ही कांस्टेबल को निलंबित करने की मांग की है।

उन्होंने कहा कि अधिवक्ता के खिलाफ जो झूठी शिकायत दर्ज की है, उसको भी खारिज किया जाए। प्रर्दशन को पूर्व महाधिवक्ता श्रवण डोगरा, पूर्व महाधिवक्ता अशोक शर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता संजीव भूषण, वरिष्ठ अधिवक्ता रजनीश मनीकटाला, अजय कोचर आदि ने संबोधित किया। कहा कि इस देश का संविधान किसी भी पुलिस कर्मी और अधिकारी को यह अधिकार नहीं देता कि वह सड़क पर किसी भी व्यक्ति के साथ मारपीट करे। अगर कोई जुर्म करता है तो उसके खिलाफ कानून के दायरे के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए। वकीलों ने 11:45 मिनट पर छोटा शिमला पुलिस थाना के बाहर चक्का जाम किया, जो 2 बजकर 40 मिनट तक चला।

यह है मामला
12 अप्रैल को नवबहार के समीप अधिवक्ता प्रणव शर्मा और ड्यूटी पर तैनात पुलिस कांस्टेबल रमन ठाकुर के बीच कहासुनी हो गई और मामला मारपीट तक जा पहुंचा। दोनों ही पक्षों ने एक-दूसरे पर मारपीट के आरोप लगाए। इसके बाद पुलिस ने छोटा शिमला पुलिस स्टेशन में क्रॉस एफआईआर दर्ज की थी।

बाइक सवारों से उलझे अधिवक्ता
प्रदर्शन के दौरान बाइक पर सवार होकर दो युवकों ने निकलने की कोशिश की तो अधिवक्ता बाइक सवारों से उलझ पड़े और उन्हें वापस जाने के लिए कहा। पुलिस कर्मचारी ने मौके पर पहुंचकर बाइक सवार युवकों को वहां से वापस भेजा।

पुलिस कांस्टेबल सस्पेंड
ड्यूटी के दौरान पुलिस कर्मचारियों को अपना व्यवहार जनता के साथ बेहतर रखना चाहिए। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है- संजीव कुमार गांधी, एसएसपी शिमला