जिला मुख्यालय में लोकल दूध का सैंपल फेल हुआ है। खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से मोबाइल वैन में सैंपल की जांच की गई तो दूध में कैल्शियम की जगह बेहद अधिक यूरिया तत्व पाए गए हैं, जोकि स्वास्थ्य के लिए बेहद घातक हैं। जिले में पहली दफा लोकल दूध के सैंपल में यूरिया तत्व पाए जाने से हड़कंप मच गया है। हालांकि संभावना यह जताई जा रही है कि यूरिया के यह तत्व मिलावट नहीं बल्कि चारे के जरिए गाय के दूध में पहुंचे हैं।
दूध के सैंपल की जांच दो दिन पूर्व मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब (एमएफटीएल) में मिल्को स्क्रीन उपकरण के माध्यम से की गई। दूध का सैंपल एक व्यक्ति की ओर से लाया गया था ताकि दूध की गुणवत्ता के बारे में पता लगाया जा सके लेकिन जांच के दौरान दूध में अधिक मात्रा में यूरिया निकला है।
व्यक्ति ने स्थानीय गाय पालक से लगवाया है दूध
व्यक्ति को दूध की गुणवत्ता पर आशंका थी ऐसे में दो दिन पहले उसने टेस्टिंग करवाई। गत दिवस बुधवार को खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से उपायुक्त कार्यालय परिसर में जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया था। जिसमें खाद्य सुरक्षा नियमों को लेकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। दूध का सैंपल फेल होने पर भी बैठक में चर्चा हुई। इसके बाद डीसी हमीरपुर अमरजीत सिंह की ओर से विभागीय अधिकारियों को पशुपालकों को जागरूक करने के भी निर्देश दिए गए हैं। वहीं, दूध का सैंपल फेल होने से लोगों की चिंताएं भी बढ़ गई है। जिला मुख्यालय में अधिकतर लोग ग्रामीण परिवेश के पशुपालकों से दूध लगवाते हैं, ताकि उन्हें बाजार में मिलने वाले मिलावट वाले दूध से राहत मिल सके लेकिन लोकल दूध के सैंपल में यूरिया पाए जाने से लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं।
लोकल दूध के सैंपल की रिपोर्ट आई है। जिसमें दूध का सैंपल फेल निकला है। दूध में यूरिया पाया गया है। हालांकि मिलावट की बजाय गाय के चारे में मौजूद यूरिया से दूध में यूरिया होने की संभावना है- अनिल शर्मा,सहायक आयुक्त, खाद्य सुरक्षा विभाग हमीरपुर।
यूरिया के गंभीर दुष्प्रभाव
एलर्जी प्रतिक्रिया के लक्षण, जैसे दाने, पित्ती, खुजली, बुखार के साथ या बिना बुखार के लाल, छाले वाली या छिलती हुई त्वचा, घरघराहट, छाती या गले में जकड़न, सांस लेने, निगलने या बात करने में परेशानी, असामान्य स्वर बैठना, या मुंह, चेहरे, होंठ, जीभ या गले में सूजन।