भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं मीडिया विभाग के प्रभारी रणधीर शर्मा ने कहा है कि राज्य सरकार का एक साल विफलता, निराशाजनक और इंतजार का रहा है। इसमें अनेक विफलताएं रहीं। बुधवार को शिमला में प्रेस वार्ता में रणधीर शर्मा ने कहा कि महिलाओं ने प्रति माह 1500 रुपये, युवाओं ने नौकरियों, किसान-बागवानों ने फसल के दाम तय करने, गोबर और दूध की खरीद का इंतजार किया। यहां तक कि मंत्रियों ने लंबे समय तक अपने पदों का भी इंतजार किया।
उन्होंने कहा कि मंत्रियों की नियुक्ति में देरी और अब बाकी नियुक्तियों में विलंब हो रहा है। वर्तमान कांग्रेस सरकार को दो मंत्री बनने में एक साल का समय लग गया। उन्होंने कहा कि फिर भी मंत्री का एक पद खाली है। इससे कई नेताओं की धड़कनें बढ़ जाएंगी। आने वाले समय में अध्यक्षों की नियुक्तियों पर भी लंबे इंतजार का संकेत हो रहा है, पर जो नियुक्तियां उन्होंने सीपीएस के माध्यम से कीं, वे आज भी असंवैधानिक हैं।
उन्होंने कहा कि 12 महीने में 12 जन विरोधी निर्णय होंगे। इस सरकार ने 12 महीने में हर महीने एक जनविरोधी निर्णय लिया है। संवेदनहीन सरकार और जश्न जनता की भावनाओं पर कुठाराघात है। एक साल में इस सरकार ने कुछ भी काम नहीं किया, जिससे उनको जश्न मनाने का अधिकार मिले, पर आपदा के समय में यह लोग अपनी जनता का ख्याल भी नहीं रख सके और उसके बावजूद जश्न मनाया गया।
उन्हाेंने कहा कि सरकार ने अपनी रैली को सफल बनाने के लिए सरकारी मशीनरी का जमकर दुरुपयोग किया। परंतु रैली में भीड़ तो जुटी नहीं, पर उनके वरिष्ठ नेता गायब रहे। प्रियंका गांधी रैली में क्यों नहीं आईं, यह बड़ा सवाल है। रैली के दौरान कांग्रेस पार्टी में खेमेबाजी भी दिखाई दी।