कंगना रनौत का बयान- मंत्री बनने की थी उम्मीद, सांसद रहते काम में नहीं आ रहा मज़ा

मंडी लोकसभा सीट से सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत एक बार फिर चर्चा में हैं। हाल ही में एक समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में उन्होंने राजनीति में अपनी भूमिका, मंत्री पद की अपेक्षाएं और बतौर सांसद अनुभव को लेकर खुलकर बातचीत की।

कंगना ने कहा कि उनके प्रोफाइल और पूर्ववर्ती उपलब्धियों को देखते हुए उन्हें विश्वास था कि उन्हें केंद्र में मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। उन्होंने कहा, “मैं एक फिल्म निर्माता, निर्देशक और लेखिका हूं। मुझे पद्मश्री जैसा प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान मिला है। मैंने एक चुनौतीपूर्ण सीट से जीत दर्ज की। मेरे योगदान के आधार पर मुझे लगा था कि मुझे कोई मंत्रालय मिलेगा। मौजूदा कैबिनेट में कई ऐसे मंत्री हैं, जो पहली बार सांसद बने हैं।”

उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि सांसद के रूप में कार्य करना उन्हें अपेक्षित संतोष नहीं दे रहा है। “जब मुझे टिकट मिला था तो बताया गया था कि साल में 60-70 दिन सक्रिय रहना होगा, बाकी समय अपने पेशे में काम कर सकती हूं। लेकिन हकीकत में, अपने क्षेत्र में जनसंपर्क बनाए रखने और दौरे करने में मेरी पूरी सांसद सैलरी खर्च हो जाती है,” कंगना ने कहा।

मंत्री बनने की अपेक्षा पर उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि उन्हें लग रहा था कि उनके काम और योगदान के आधार पर उन्हें केंद्रीय जिम्मेदारी दी जाएगी। “बतौर सांसद मेरा पहला वर्ष काफी उपलब्धिपूर्ण रहा है। मंडी के अब तक के किसी भी सांसद से बेहतर उपस्थिति मेरी रही है। लोकसभा में मैंने सबसे अधिक प्रश्न पूछे हैं और बिजली, आपदा और मौसम जनित मुद्दों पर गंभीर बहसें उठाई हैं,” उन्होंने दावा किया।

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