जम्मू-कश्मीर के कुलगाम ज़िले में एक युवक का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। मृतक की पहचान इम्तियाज अहमद मगरे के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि दो दिन पहले पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों ने पूछताछ के लिए उसे हिरासत में लिया था। रविवार को उसका शव अहरबल क्षेत्र के अदबल नाले से बरामद किया गया।
महबूबा मुफ्ती ने उठाए गंभीर सवाल
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इस मामले में गड़बड़ी की आशंका जताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि इम्तियाज की संदिग्ध हालात में मौत गंभीर चिंता का विषय है और स्थानीय लोग दावा कर रहे हैं कि उसे सेना ने हिरासत में लिया था।
‘शांति को बिगाड़ने की साजिश’
महबूबा ने हालिया आतंकी घटनाओं को कश्मीर में स्थिरता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करार दिया। उन्होंने कहा कि निर्दोष लोगों को निशाना बनाना, मनमाने ढंग से गिरफ्तारियां और घरों को तोड़ा जाना, यह सब पूरे तंत्र को हिला देने के लिए पर्याप्त है।
स्थानीयों में नाराजगी, जांच शुरू
घटना के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा देखा गया। इम्तियाज के शव को कानूनी औपचारिकताओं के बाद उसके परिवार को सौंप दिया गया है। पुलिस ने मौत की वजह जानने के लिए जांच शुरू कर दी है।