मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने साफ शब्दों में कहा कि दिल्ली से आने वाला कचरा मुजफ्फरनगर में डालने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कूड़े से भरे ट्रक जिले में घुसने की कोशिश करेंगे तो किसान उनका कड़ा विरोध करेंगे। टिकैत ने बताया कि किसानों, फैक्टरी संचालकों और प्रशासन के अधिकारियों के बीच 26 दिसंबर को जिला पंचायत सभागार में बैठक प्रस्तावित है, जिसमें ग्रामीणों से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की समस्याओं का समाधान कराना प्रशासन की जिम्मेदारी है।

उन्होंने मांग की कि कचरा लाने वाले वाहनों के प्रवेश पर रोक के लिए स्पष्ट सूचना बोर्ड लगाए जाएं। टिकैत ने कहा कि स्वच्छ और हरित मुजफ्फरनगर के लिए स्थानीय लोगों को स्वयं आगे आकर पहल करनी होगी। भोपा रोड स्थित जट मुझेड़ा गांव में प्रदूषण के मुद्दे को लेकर संगठन ने ग्रामीणों की पंचायत आयोजित की, जहां टिकैत ने कहा कि आसपास के छह से अधिक गांवों के लोग प्रदूषण से बुरी तरह प्रभावित हैं और अब उन्हें अपने भविष्य को लेकर स्वयं निर्णय लेना होगा।

उन्होंने सुझाव दिया कि भोपा रोड से धूल और मिट्टी को नियमित रूप से हटवाया जाए, सड़कों पर टाइल्स लगाई जाएं, वैक्यूम मशीनों वाली सफाई व्यवस्था की जाए और सर्विस रोड का निर्माण कराया जाए। साथ ही बाहरी राज्यों से आने वाले कचरे पर पूरी तरह रोक लगाने की मांग की। टिकैत ने कहा कि जिले में टायर बनाने वाली फैक्ट्रियों को किसी भी हाल में चलने नहीं दिया जाएगा। पंचायत की अध्यक्षता परमजीत सिंह ने की, जबकि संचालन देव अहलावत और हैप्पी बालियान ने किया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष नवीन राठी, धीरज लाटियान, प्रेमपाल सिंह, रविंद्र सिंह, योगेश शर्मा, श्यामपाल सिंह और विजय शास्त्री सहित कई लोग मौजूद रहे।

प्रशासन से बातचीत के बाद बनी सहमति
जट मुझेड़ा में आयोजित पंचायत के दौरान एसडीएम सदर प्रवीण कुमार द्विवेदी, सहायक पर्यावरण अभियंता संतोष कुमार और एआरटीओ प्रवर्तन सुशील मिश्रा भी किसानों के बीच पहुंचे। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि नियमों का सख्ती से पालन कराया जाएगा। किसानों के प्रतिनिधियों से चर्चा के बाद 26 दिसंबर को विस्तृत संवाद आयोजित करने पर सहमति बनी।

फैक्टरी गेट पर न जाएं किसान: टिकैत
भाकियू प्रवक्ता ने किसानों से अपील की कि वे किसी भी फैक्टरी के गेट पर जाकर प्रदर्शन न करें। उन्होंने कहा कि फैक्टरी मालिक कोई राजा नहीं हैं और समस्याओं का समाधान प्रशासन को करना चाहिए। इसके लिए क्षेत्र के लोगों को एकजुट होकर सख्त रुख अपनाना होगा।

रूस में फंसे भारतीय छात्रों का मुद्दा उठाया
टिकैत से मिलने हरियाणा और अन्य राज्यों से आए प्रतिनिधिमंडलों ने रूस में पढ़ाई के लिए गए युवाओं की स्थिति पर चिंता जताई। बताया गया कि कुछ छात्रों को यूक्रेन युद्ध से जुड़े हालात में जबरन झोंक दिया गया है और उनके पासपोर्ट भी छीन लिए गए हैं। टिकैत ने केंद्र सरकार से मांग की कि सभी छात्रों को सुरक्षित भारत वापस लाया जाए।

बुढ़ाना की टायर फैक्ट्रियों पर भी सवाल
भाकियू प्रवक्ता ने कहा कि कुछ किसान संगठनों के नेता फैक्ट्रियों के खिलाफ धरना देते हैं, जबकि उन्हीं से जुड़े लोगों की बुढ़ाना क्षेत्र में टायर फैक्ट्रियां प्रदूषण फैला रही हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि नियमों का पालन नहीं हुआ तो कठोर कदम उठाने पड़ सकते हैं, तभी व्यवस्था में सुधार संभव है।